Stock Market Weekly Prediction 2025; Nifty Sensex | Intraday Trading | इस हफ्ते शेयर बाजार में तेजी की उम्मीद: रेंज 25,600 से 26,200 के बीच रह सकती है, 5 फैक्टर जो बाजार की चाल तय करेंगे

मुंबई1 घंटे पहले

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सोमवार 27 अक्टूबर से शुरू होने वाले हफ्ते में शेयर बाजार में तेजी का अनुमान है। दूसरी तिमाही के नतीजे, अमेरिका की भारत-चीन के साथ ट्रेड डील, ग्लोबल मार्केट संकेत, विदेशी निवेशकों की खरीद-बिक्री से लेकर टेक्निकल फैक्टर्स बाजार की चाल तय करेंगे।

चलिए समझते हैं कि इस हफ्ते बाजार में क्या हो सकता है…

सपोर्ट जोन: 25,722 | 25,694 | 25,593 | 25,468

सपोर्ट यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को नीचे गिरने से सहारा मिलता है। यहां खरीदारी बढ़ने से कीमत आसानी से नीचे नहीं जाती। यहां खरीदारी का मौका मिल सकता है।

रेजिस्टेंस जोन: 25,874 | 25,920 | 26,045 | 26,146 | 26,372

रेजिस्टेंस यानी, वह स्तर जहां शेयर या इंडेक्स को ऊपर जाने में रुकावट आती है। ऐसा बिकवाली बढ़ने से होता है। रजिस्टेंस जोन पार करने पर नई तेजी आ सकती है।

मार्केट डायरेक्शन

अगला ट्रेडिंग डे (27 अक्टूबर): मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक सोमवार को मार्केट करीब 50 पॉइंट ऊपर 25,850 के आसपास खुल सकता है।

दिन के कारोबार में इसके 25,900–26,000 तक जाने की उम्मीद है। इमिडिएट सपोर्ट 25,700 पर है। यानी, 25,700 का लेवल ब्रेक होने पर 25,600 तक जा सकता है।

  • बोलिंगर के लोअर बैंड के करीब होने से इंट्राडे में उछाल की उम्मीद।
  • VIX का 11.59 पर होना डर कम होने का सिग्नल दे रहा है।
  • DII की खरीदारी बजार को ज्यादा नीचे गिरने से बचा रही है।
  • PCR 0.66 होने से कॉल अनवाइंडिंग का फायदा मिलने की उम्मीद।

पूरे हफ्ते (27–31 अक्टूबर): पूरे हफ्ते बाजार के बुलिश रहने की संभावना हैं। निफ्टी 50 की रेंज 25,600 से 26,200 तक रह सकती है। ये लेवल टेक्निकल एनालिसिस, ऑप्शन चेन के OI डेटा और DII की खरीदारी पर आधारित हैं।

सावधानी जरूरी: बाजार में कभी भी उतार-चढ़ाव तेज हो सकता है, इसलिए कोई भी ट्रेड लेने के बाद रिस्क मैनेजमेंट और स्टॉप-लॉस का इस्तेमाल जरूर करें। ग्लोबल मार्केट या ट्रेड डील जैसे फैक्टर्स भी बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।

अब 5 फैक्टर्स जो बाजार की दिशा तय कर सकते हैं…

1. भारत-अमेरिका ट्रेड डील: भारत और अमेरिका की ट्रेड डील फाइनल हो सकती है। इससे भारत के एक्सपोर्ट पर लगे 50% टैरिफ में ढील मिल सकती है।

इस घटनाक्रम पर निवेशकों की नजर रहेगी। इसके अलावा, निवेशकों की नजर अमेरिका-चीन की मीटिंग पर भी रहेगी जो ट्रेड टेंशन को कम कर सकती है।

2. दूसरी तिमाही के नतीजे: निवेशक रिजल्ट्स पर खास नजर रखेंगे, जो अब तक उम्मीदों से बेहतर साबित हो रहे हैं। डिफेंस सेक्टर में मझगांव डॉक और BEL अपने नतीजे पेश करेंगे।

इसके अलावा कोटक महिंद्रा बैंक, PNB हाउसिंग, IOC, कोल इंडिया, अडाणी पावर, डाबर, BHEL और NTPC जैसी कंपनियों के रिजल्ट भी आएंगे जो बाजार को नई दिशा दे सकते हैं।

3. FII एक्टिविटी: विदेशी निवेशकों (FII) का सेंटीमेंट महीनों की बिकवाली के बाद स्थिर होने के शुरुआती संकेत दिखा रहा है। 24 अक्टूबर को FII ने 621 करोड़ रुपए की नेट खरीदारी की। इस दौरान DII ने 173 करोड़ रुपए की नेट खरीदारी की।

साल भर में अब तक FII ने 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के शेयर बेचे हैं, वहीं DII ने 5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की खरीदारी की है।

4. अमेरिकी बाजार: यूएस मार्केट की चाल अन्य बाजारों को प्रभावित करती है। भारतीय बाजारों पर भी इसका कुछ असर दिख सकता है। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार चढ़कर बंद हुए थे।

  • डाउ जोंस शुक्रवार को 472.51 अंक या 1.01% चढ़कर 47,207 पर बंद हुआ।
  • S&P 500 इंडेक्स 53 अंक या 0.79% की तेजी के साथ 6,791 पर बंद हुआ।
  • नैस्डैक कम्पोजिट 263 अंक या 1.15% चढ़कर 23,204 पर पहुंच गया।

5. टेक्निकल व्यू: HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल रिसर्च एनालिस्ट नागराज शेट्टी ने कहा कि निफ्टी के डेली टाइमफ्रेम चार्ट पर हायर टॉप्स और बॉटम्स जैसा बुलिश पैटर्न बना है। मौजूदा कमजोरी इस पैटर्न के नए हायर बॉटम के साथ तालमेल बिठा रही है।

रेलीगेयर ब्रोकिंग के रिसर्च हेड (SVP) अजित मिश्रा ने कहा कि चल रहे करेक्टिव फेज के बावजूद निफ्टी पर बुलिश नजरिया बरकरार है। जब तक निफ्टी 25,600 के ऊपर खुद को संभाले रखेगा, इंडेक्स का ट्रेंड पॉजिटिव ही रहेगा।

सेंसेक्स 345 अंक नीचे 84,212 पर बंद

हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार, 24 अक्टूबर को सेंसेक्स 345 अंक गिरकर 84,212 पर बंद हुआ। निफ्टी में 97 अंक की गिरावट रही, ये 25,795 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 में से 20 शेयरों में गिरावट रही। हिंदुस्तान यूनिलीवर, अल्ट्राटेक, अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में 3.5% तक की गिरावट रही।

निफ्टी के 50 शेयरों में 34 गिरे। NSE के FMCG, बैंकिंग, फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर सबसे ज्यादा गिरे। मेटल और रियल्टी शेयरों में तेजी रही।

डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी और सीखने के लिए है। ऊपर दी गई राय और सलाह व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि दैनिक भास्कर की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि कोई भी निवेश फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड विशेषज्ञों से सलाह जरूर लें।

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