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शहर में शारदीय नवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। पूरे दिन देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की आवाजाही लगी रहती है। सुबह-शाम मंदिरों में विशेष पूजा की जा रही है। माता रानी के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है। ये तस्वीर संभाग के सबसे प्रसिद्ध मां महामाया मंदिर की है। शाम के समय यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने माता रानी की पूजा-अर्चना की। मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है। यहां लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
महामाया मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि अंबिकापुर में मां महामाया देवी का धड़ स्थित है। इनका सिर बिलासपुर जिले के रतनपुर के महामाया मंदिर में है। अंबिकापुर में मां महामाया का मंदिर पूर्व दिशा में पहाड़ी पर है।
सरगुजा रियासत से जुड़े पं. गोविंद शर्मा के अनुसार अंबिकापुर में मां महामाया देवी सरगुजा राजपरिवार की कुल देवी हैं। 1910 में मंदिर का निर्माण तत्कालीन महाराजा रघुनाथ शरण सिंहदेव ने 1910 में कराया था।