सीवान के दारौंदा थाना क्षेत्र के सिरसांव गांव में बीते दिन जहरीला पदार्थ खाने से एक युवक मौत हो गई थी। मृतक सिरसांव गांव का रहने वाला धर्मराज कुमार है। धर्मराज का उसके भाई और भाभी के साथ जमीन और संपत्ति के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। आए दिन कई ब
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जिससे उसकी मौत हो गई है। हालांकि पहले मृतक के बहनों ने पुलिस के ऊपर मारपीट का आरोप लगाया था। मारपीट से आहत होकर धर्मराज के द्वारा जहर खा लेने का धर्मराज के बहनों ने आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस ने उसके घर से चार पन्ना का एक सुसाइड नोट बरामद किया है। सुसाइड नोट में पारिवारिक विवाद और जमीन के बंटवारे की बात लिखी गई है।
सुसाइड नोट बरामद
धर्मराज के पास से पुलिस ने हाथ से लिखा हुआ एक सुसाइड नोट बरामद किया है। जिसमें लिखा गया है कि मैं धर्मराज कुमार जीना चाहता था। मेरे भाई और भाभी इज्जत के साथ जीने नहीं दी। मैं अपने पापा, मम्मी और बहनों के साथ खुशी के साथ जीना चाहता था। पर मुझे जीने नहीं दिया गया और पंच ने भी कुछ नहीं किया। जबकि सारा सच जानते हुए मुझ पर पंच को दया नहीं आयी।
मेरी मां और बहन के ऊपर क्या बीत रही है, मैं और मेरी मां जानती है। मेरे भाई ने एक बहन की शादी में कुछ पैसा लगाया था। जब से भाई की शादी हुई तो वह माता-पिता को छोड़कर अकेले पत्नी के साथ रहने लगा। मुझे अपने मां और बहनों का दुख नहीं देखा गया तो मैं कमाने लगा और अपने परिवार को अच्छा से रखने लगा।
कुछ दिन बाद मेरे भाई और भाभी आए, कुछ दिनों तो अच्छा रहा। उसके बाद पिता से कहा कि मेरा पैसा जमा होगा और छोटा भाई का पैसा घर खर्चे में लगेगा। मेरे भाई ने मां और पिताजी को मारकर घायल भी किया था। मैं अपनी शादी थी तो मैं घर बनवा रहा था। मेरे शादी का 34 दिन और बच गया था।
रोज-रोज गाली गलौज देना और मारपीट करने के लिए उतारू रहता था। यह मेरे दिल में काफी चोट लगा।जिससेमैं अपने आप को रोक नहीं पाया। मेरी भाभी बहनों के साथ झगड़ा करती थी। मेरा भाई एक जून को दिन 2:18 बजे काम रुकवा दिया और मेरे जगे हुए अरमानों को जला दिया। मेरे दोस्तों, मां मेरे माता-पिता या बहन कोई कुछ नहीं किया है।
मेरे मौत का जिम्मेदार भाई और भाभी है। जो मुझे इज्जत से नहीं जीने दिया। मैं अपने परिवार के साथ खुशी से रहनाचाहता था। पर उनको यह खुशी इंकार कर दिया और मैं पिता, भाई, समाज, पंच मेरेवजह से ताना मत मारियेगा। मैं आज जो भी अरमान लेकर मरूंगा, उसे पूरा करने के लिए मेरी तरफ से मां बहनों के लिए है। मैं उन लोगों को छोडूंगा नहीं। पुलिस मेरे बहनों और मां को चोट नहीं पहुंचाना। मैं अपने होश हवास में लिख रहा हूं।