Singer Kailash Kher steps into the world of writing | सिंगर कैलाश खेर ने राइटिंग की दुनिया में रखा कदम: किताब ‘तेरी दीवानी’ पसंदीदा 50 गानों का संग्रह, गानों के साथ उनके किस्से भी शामिल

3 घंटे पहले

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मशहूर गायक कैलाश खेर ने गायन के बाद अब साहित्य की दुनिया में कदम रखा है। गायक ने ‘तेरी दीवानी: शब्दों के पार’ नाम से किताब लिखी है। कुछ दिन पहले नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित विश्व पुस्तक मेले में कैलाश ने किताब में शामिल पचास गीतों के बारे में बात की। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने फैंस और दर्शकों के लिए ‘तेरी दीवानी’ में शामिल कुछ गीत भी सुनाए। गीत और किस्सों को सुनकर ऑडियंस ने तालियों के साथ गायक का मनोबल बढ़ाया।

गीतों के साथ उनकी कहानी भी शामिल

‘तेरी दीवानी’ बुक में गायक ने पचास गीत शामिल किए हैं। साथ ही हर पन्ने पर गाने के साथ उसकी कहानी की फोटो को भी शामिल किया गया है। वरिष्ठ पत्रकार पंकज भार्गव से बातचीत में उन्होंने अपनी नई पुस्तक के बारे जानकारी देते हुए कहा कि अक्सर लोग पूछते थे कि आपने इतने सुंदर-सुंदर गाने लिखे हैं, उसके पीछे की क्या कहानी रही। ये किताब पेंगुइन रैंडम हाउस के भारतीय भाषाओं के इंप्रिंट पेंगुइन स्वदेश से प्रकाशित हुई है।

यह पुस्तक बताती है कि लिखने की प्रक्रिया एक नदी की तरह है, वह नदी जो परमात्मा के भावों, जज्बातों की एक नदी है और जब वह बहने लगती है, फिर लिखा जाता है। विश्व पुस्तक मेले किताब की खूब चर्चा रही। कैलाश खेर के फैंस ने बड़ी तादाद में किताब खरीदी और उनसे ऑटोग्राफ लिए।

‘सैयां’, ‘तेरी दीवानी’ जैसे गानों का विवरण

इस पुस्तक में कैलाश खेर ने ‘सैयां’, ‘तेरी दीवानी’ और ‘बम लहरी’ जैसे अपने सबसे प्रिय गीतों की उत्पत्ति का विस्तार से विवरण दिया है। ‘तेरी दीवानी’ के प्रकाशन के लिए पेंगुइन को धन्यवाद देते हुए कैलाश खेर ने कहा, ‘आपके चाहने वाले चाहें तो अपनी जिद प्यार से मनवा लेते हैं। उसी का परिणाम है कि जिन गीतों, शब्दों, भावों ने श्रोताओं के दिलों पर अधिकार कर लिया, जो पंक्तियाँ मेरे हृदय से निकलकर हर किसी के प्रेम का प्रतीक बन गईं, उन गानों के रचे जाने के पीछे की कहानी, किस्सों, प्रसंगों व चित्रण की पहली पुस्तक तेरी दीवानी प्रकाशित हुई है।’

पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया की भारतीय भाषाओं की प्रकाशक वैशाली माथुर ने कहा, ‘यह किताब कैलाश जी के लेखकीय जीवन की सुरीली शुरुआत है। हमारा सौभाग्य है कि इस नई राह का आगाज वे हमारे साथ जुड़कर करेंगे। पाठकों के लिए यह पुस्तक निश्चित ही प्रेरणादायक रहेगी।’

कैलाश खेर ने 18 भाषाओं में गाया है गाना

अपनी गहरी मार्मिक आवाज के लिए प्रसिद्ध पद्मश्री कैलाश खेर अब उसी जुनून और उत्साह के साथ साहित्य जगत में दस्तक दे रहे हैं, जिससे उनके अत्यधिक प्रसिद्ध संगीत करियर को परिभाषित किया है। विनम्र शुरुआत से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित गायक और संगीतकार बनने तक, कैलाश खेर की यात्रा अपार प्रेरणा की कहानी है। 18 भाषाओं में गाने वाले कैलाश खेर की संगीतमय यात्रा कई पुरस्कारों से सुशोभित है, जो संगीत की दुनिया पर एक गहरा प्रभाव दर्शाती है।

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