Singapore 2024 World Chess Championship Match | सिंगापुर करेगा गुकेश-लिरेन के वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच की मेजबानी: 20.86 करोड़ रुपए में जीती नीलामी; बिडिंग में भारत से 2 दावेदार

स्पोर्ट्स डेस्क39 मिनट पहले

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सिंगापुर FIDE वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच की मेजबानी करने जा रहा है। यह मुकाबला भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश और वर्ल्ड चैंपियन चीन के डिंग लिरेन के बीच 20 नवंबर और 15 दिसंबर को खेला जाएगा।

इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (FIDE) ने सोमवार को सिंगापुर की मेजबानी का ऐलान किया। इससे पहले सिंगापुर ने यह मुकाबला होस्ट करने के लिए नीलामी में 20.86 करोड़ रुपए (2.5 मिलियन यूएस डॉलर) में जीती।

वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच की मेजबानी के लिए FIDE को 3 एप्लीकेशन मिले थे। इनमें से दो भारत से और एक सिंगापुर से थे। मेजबानी के लिए भारत सरकार ने नई दिल्ली और तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई के लिए अप्लाई किया था। इसका फायदा उठाकर सिंगापुर ने बिडिंग जीत ली।

FIDE ने यह फोटो पोस्ट करके सिंगापुर को मेजबान घोषित किया।

FIDE ने यह फोटो पोस्ट करके सिंगापुर को मेजबान घोषित किया।

पढ़िए FIDE की पोस्ट

गुकेश पर नजरें, जीते तो वर्ल्ड चैंपियन बनेंगे इस मुकाबले में सभी की नजरें युवा डी गुकेश पर होंगी, यदि वे वर्ल्ड चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को मात देने में कामयाब हो जाते हैं, तो वर्ल्ड चैंपियन बन जाएंगे। वे ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय बनेंगे। विश्वनाथन आनंद 5 बार के वर्ल्ड चैंपियन बन चुके हैं।

कैंडिडेट्स चेस जीतने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने
17 साल के गुकेश ने अप्रैल महीने पहले टोरंटो में कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीता था। वे ऐसा करने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। गुकेश से पहले रूसी खिलाड़ी गैरी कास्परोव ने 1984 में सबसे कम उम्र 22 साल में यह टूर्नामेंट जीता था।

रूसी खिलाड़ी गैरी कास्परोव ने 22 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया था।

रूसी खिलाड़ी गैरी कास्परोव ने 22 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया था।

गुकेश कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय
गुकेश यह टूर्नामेंट जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं। उनसे पहले पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने 1995 में पहली बार कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीता था। तब उनकी उम्र 26 साल थी।

गुकेश ने जीत के बाद कहा, ‘बहुत खुशी हो रही है। मैंने अपने सहयोगी ग्रिगोरी गैजेव्स्की के साथ के साथ मिलकर काफी तैयारी की थी। इससे मदद मिली।’

गुकेश से पहले विश्वनाथन आनंद ने 1995 में पहली बार कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीता था।।

गुकेश से पहले विश्वनाथन आनंद ने 1995 में पहली बार कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीता था।।

एशियन गेम्स में सिल्वर जीतने वाले टीम के सदस्य
गुकेश ने पिछले साल चीन के हांग्जो एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। 2015 में गुकेश एशियाई स्कूल शतरंज चैंपियनशिप में अंडर-9 का खिताब जीतने के साथ कैंडिडेट मास्टर बने थे। गुकेश ने अब तक 5 गोल्ड एशियाई यूथ चैंपियनशिप जीती हैं। 2019 में वे भारत के सबसे युवा और वर्ल्ड के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बने थे।

कौन हैं डी गुकेश
गुकेश डी का पूरा नाम डोमाराजू गुकेश है और वे चेन्नई के रहने वाले हैं। गुकेश का जन्म चेन्नई में 7 मई 2006 को हुआ था। उन्होंने 7 साल की उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। उन्हें शुरू में भास्कर नागैया ने कोचिंग दी थी।

नागैया इंटरनेशनल स्तर के चेस खिलाड़ी रहे हैं और चेन्नई में चेस के होम ट्यूटर हैं। इसके बाद विश्वनाथन आनंद ने गुकेश को खेल की जानकारी देने के साथ कोचिंग दी। गुकेश के पिता डॉक्टर हैं और मां पेशे से माइक्रोबायोलोजिस्‍ट हैं।

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