नई दिल्ली9 मिनट पहले
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चांदी ने 16 मई को अपना ऑल टाइम हाई बनाया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक 85,700 रुपए प्रति किलो ग्राम पर पहुंच गई है। HDFC सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी हेड अनुज गुप्ता के अनुसार अगले एक साल में ये 1 लाख रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है।
ऐसे में अगर आप चांदी में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो सिल्वर ETF सही ऑप्शन हो सकता है। सिल्वर ETF के जरिए आप शेयर की ही तरह चांदी में भी निवेश कर सकते हैं। बीते 1 साल में इसने 17% से ज्यादा का रिटर्न दिया है। यहां हम आज आपको सिल्वर ETF के बारे में बता रहे हैं…
सबसे पहले समझें ETF क्या है?
चांदी को शेयरों की तरह खरीदने की सुविधा को सिल्वर ETF कहते हैं। ये एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड हैं, जिन्हें स्टॉक एक्सचेंजों पर खरीदा और बेचा जा सकता है। चूंकि सिल्वर ETF का बेंचमार्क स्पॉट सिल्वर की कीमतें हैं, आप इसे चांदी की वास्तविक कीमत के करीब खरीद सकते हैं।
सिल्वर ETF में निवेश करने के हैं कई फायदे
- कम मात्रा में भी खरीद सकते हैं चांदी: ETF के जरिए सिल्वर यूनिट्स में खरीदते हैं। इससे कम मात्रा में या SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए चांदी खरीदना आसान हो जाता है। सिल्वर ETF की 1 यूनिट की कीमत अभी 100 रुपए से भी कम है। यानी आप 100 रुपए से भी कम में इसमें निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
- चांदी रहती है सुरक्षित: इलेक्ट्रॉनिक चांदी डीमैट अकाउंट में होती है जिसमें सिर्फ सालाना डीमैट चार्ज देना होता है। साथ ही चोरी होने का डर नहीं होता। वहीं फिजिकल चांदी में चोरी के खतरे के अलावा उसकी सुरक्षा पर भी खर्च करना होता है।
- व्यापार की आसानी: सिल्वर ETF को बिना किसी परेशानी के तुरंत खरीदा और बेचा जा सकता है। यानी पैसों की जरूरत पड़ने पर आप जब चाहे इसे बेच सकते हैं।