Shimla Masjid Controversy | Sanjauli Mosque Construction Dispute Update | शिमला में मस्जिद का अवैध निर्माण हटाने को लेकर प्रदर्शन: हिंदू संगठनों ने बैरिकेड तोड़े, पुलिस का लाठीचार्ज, वाटर कैनन चलाई; पथराव में सिपाही घायल – Shimla News

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन चलाई। पथराव में एक सिपाही और लाठीचार्ज में एक प्रदर्शनकारी भी घायल हुआ।

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में बुधवार को मस्जिद का अवैध निर्माण गिराने की मांग को लेकर हिंदू संगठनों ने संजौली व ढली में उग्र प्रदर्शन किया।

.

शिमला के संजौली स्थित इस मस्जिद का रास्ता ढली टनल से होकर गुजरता है। प्रदर्शनकारियों ने यहां सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़ा और जय श्रीराम के नारे लगाए।

उन्होंने दो जगह पुलिस के बैरिकेड तोड़ दिए। पुलिस ने 2 बार लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन चलाई गई। पत्थरबाजी और झड़प में लगभग 15 प्रदर्शनकारी और सिपाही घायल हुए हैं। शाम के वक्त घायलों का हाल जानने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर अस्पताल पहुंचे।

संजौली-ढली में करीब 5 घंटे प्रदर्शन चलता रहा। इस वजह से संजौली क्षेत्र ज्यादातर स्कूलों में बच्चों को परेशानी झेलनी पड़ी और दो से तीन घंटे तक स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को पाठशाला में ही रोका।

इससे बच्चों के साथ साथ अभिभावकों को भी परेशानी झेलनी पड़ी। हैरानी इस बात की है कि प्रदेश सरकार का कोई भी मंत्री घटनास्थल पर नहीं पहुंचा। यही नहीं हिंदू संगठनों में एक सप्ताह पहले ही प्रदर्शन की चेतावनी दे दी थी। बावजूद इसके शिमला शहर में स्कूल-कालेज बंद नहीं किए गए। इससे स्कूली बच्चों सहित उनके परिजनों को परेशानी झेलनी पड़ी।

पुलिस ने मस्जिद से 250 मीटर पहले बैरिकेडिंग की थी, प्रदर्शनकारी इसे फांदकर आगे बढ़ गए।

पुलिस ने मस्जिद से 250 मीटर पहले बैरिकेडिंग की थी, प्रदर्शनकारी इसे फांदकर आगे बढ़ गए।

संजौली मस्जिद 1947 से पहले बनी थी। 2010 में इसकी पक्की इमारत बननी शुरू हुई तो नगर निगम में शिकायत की गई थी। अब मस्जिद 5 मंजिला है। नगर निगम 35 बार अवैध निर्माण तोड़ने का आदेश दे चुका है।

ताजा विवाद 31 अगस्त से शुरू हुआ, जब 2 गुटों के बीच मारपीट हुई। इसके बाद हिंदू संगठनों ने मस्जिद का अवैध निर्माण गिराने की मांग की।

प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद से 50 मीटर पहले लगे बैरिकेड भी उखाड़ दिए। पुलिस रोकने में नाकाम रही।

प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद से 50 मीटर पहले लगे बैरिकेड भी उखाड़ दिए। पुलिस रोकने में नाकाम रही।

प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड को हटाकर फेंका, इसके बाद पुलिस ने लाठियां बरसाना शुरू कीं।

प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड को हटाकर फेंका, इसके बाद पुलिस ने लाठियां बरसाना शुरू कीं।

पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया, लेकिन वह शुरुआत में चल नहीं सकी।

पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया, लेकिन वह शुरुआत में चल नहीं सकी।

बाद में वाटर कैनन चालू हुई और पुलिस ने पानी की बौछारों से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा।

बाद में वाटर कैनन चालू हुई और पुलिस ने पानी की बौछारों से प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा।

पुलिस के रोकने पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया, जिससे एक सिपाही घायल हो गया।

पुलिस के रोकने पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया, जिससे एक सिपाही घायल हो गया।

लाठीचार्ज में एक प्रदर्शनकारी भी घायल हो गया, जिसे उसके साथी उठाकर अस्पताल ले गए।

लाठीचार्ज में एक प्रदर्शनकारी भी घायल हो गया, जिसे उसके साथी उठाकर अस्पताल ले गए।

कई हिंदू नेता हिरासत में, पूरे इलाके में ड्रोन से निगरानी संजौली में पुलिस ने हिंदू जागरण मंच के नेता कमल गौतम को हिरासत में ले लिया है। हिंदूवादी संगठनों का दावा है कि उनके एक दर्जन नेताओं को गिरफ्तार किया गया है। ड्रोन से इलाके में निगरानी रखी जा रही है। ढली टनल के पास आवाजाही बंद कर दी गई है।

ढली सब्जी मंडी के बाहर सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करते लोग।

ढली सब्जी मंडी के बाहर सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करते लोग।

संजौली से हिंदू जारण मंच के नेता कमल गौतम को हिरासत में ले जाती पुलिस।

संजौली से हिंदू जारण मंच के नेता कमल गौतम को हिरासत में ले जाती पुलिस।

शिमला के ढली से संजौली की और बढ़ते हुए प्रदर्शनकारी

शिमला के ढली से संजौली की और बढ़ते हुए प्रदर्शनकारी

शिमला में ढली टनल को पुलिस ने बंद कर दिया है। इसी रास्ते से प्रदर्शनकारियों को संजौली की तरफ आना था।

शिमला में ढली टनल को पुलिस ने बंद कर दिया है। इसी रास्ते से प्रदर्शनकारियों को संजौली की तरफ आना था।

शिमला में धारा 163, पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला DC अनुपम कश्यप ने संजौली में धारा 163 लागू की है। इसके तहत सुबह 7 बजे से रात 11:59 बजे तक 5 या इससे ज्यादा लोगों को इकट्‌ठे होने या हथियार लेकर चलने की इजाजत नहीं होगी। पुलिस ने मंगलवार रात को संजौली में शांति बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च भी निकाला था।

सरकारी और प्राइवेट ऑफिस, स्कूल, बाजार पूरी तरह से खुले रहेंगे। किसी भी व्यक्ति को धरना-प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं है। लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

संजौली में बिना नगर निगम की अनुमति के बनाई गई पांच मंजिला मस्जिद।

संजौली में बिना नगर निगम की अनुमति के बनाई गई पांच मंजिला मस्जिद।

कोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा व्यक्ति से मारपीट के विरोध में हिंदू संगठन भड़क गए। उन्होंने संजौली में 1 सितंबर और चौड़ा मैदान में 5 सितंबर को प्रदर्शन किया। इसके बाद 7 सितंबर को कमिश्नर कोर्ट में 45वीं बार सुनवाई हुई। यहां वक्फ बोर्ड ने कोर्ट को मालिकाना हक के दस्तावेज जमा कराए। कोर्ट ने इस मामले में 5 अक्टूबर को सुनवाई तय की है और संबंधित कनिष्ठ अभियंता (JE) को फ्रेश स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।

इमाम बोले- 1947 में बनी पुरानी मस्जिद मस्जिद के इमाम शहजाद ने कहा कि मस्जिद 1947 से पहले की है। पहले मस्जिद कच्ची थी और 2 मंजिल की थी। लोग मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ते थे, जिससे नमाज पढ़ने में दिक्कत आती थी। इसे देखते हुए लोगों ने चंदा इकट्ठा किया और मस्जिद निर्माण शुरू किया।

जमीन वक्फ बोर्ड की थी। मस्जिद की 2 मंजिल को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है। वक्फ बोर्ड इसकी लड़ाई लड़ रहा है। कानून का जो निर्णय होगा, वो सभी को मंजूर होगा।

CM बोले- कानून हाथ में लेने की किसी को इजाजत नहीं हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने कहा, ‘प्रशासन हर चीज को देख रहा है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर कोई रोक नहीं। हम सभी समुदाय का सम्मान करते हैं। कानून को हाथ में लेने की किसी को भी इजाजत नहीं दी जाएगी। राजनीतिक रंग देना ठीक नहीं है। सदन में कमेटी गठित कर दी गई है, जो कि स्ट्रीट वेंडर के लिए पैरामीटर तय करेगी। मस्जिद में कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी।’

प्रदर्शनकारियों ने 2 दिन का अल्टीमेटम दिया था गुरुवार, 5 सितंबर को विभिन्न संगठनों के साथ स्थानीय लोग भी सड़कों पर आ गए थे। इनकी मांग थी कि मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराया जाए। इसके लिए प्रदर्शनकारियों ने 2 दिन का अल्टीमेटम दिया था।

पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह भी प्रदर्शन स्थल पर गए थे। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने X पर लिखा था- हिमाचल में कांग्रेस सरकार में मंत्री अनिरुद्ध सिंह भाजपा की भाषा बोल रहे हैं।

शिमला के संजौली में मस्जिद के खिलाफ सड़कों पर लोग उतरे थे।

शिमला के संजौली में मस्जिद के खिलाफ सड़कों पर लोग उतरे थे।

एक व्यक्ति के साथ मारपीट के बाद विवाद बढ़ा कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि संजौली में मस्जिद के पास 31 अगस्त की शाम को समुदाय विशेष के लोगों ने एक स्थानीय व्यक्ति के साथ मारपीट की थी। शिकायत के बाद पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मारपीट के बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा। अब हिंदू संगठन और कई स्थानीय लोग इस मस्जिद को गिराने की मांग पर अड़ गए हैं।

विधानसभा में मंत्री ने कहा था- यहां रोहिंग्या तो नहीं आ गए मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने विधानसभा सत्र में कहा था- संजौली में मस्जिद के कारण लोगों में आक्रोश है। एक समुदाय विशेष के नए-नए लोग रोज यहां आ रहे हैं। क्या ये रोहिंग्या मुसलमान हैं? वे कुछ ऐसे लोगों को जानते हैं, जो बांग्लादेशी हैं। उन्होंने कहा, स्थानीय व्यक्ति अवैध निर्माण करे तो उसे तोड़ दिया जाता है और संजौली में बिना परमिशन बहुमंजिला मस्जिद बना दी गई, लेकिन इसे तोड़ा नहीं गया।

जब इसका निर्माण किया गया तो प्रशासन कहां सोया था। 6057 वर्ग फीट अवैध निर्माण किया गया। इनका बिजली-पानी क्यों नहीं काटी गई। उन्होंने कहा, लोअर बाजार में औरतों का चलना मुश्किल हो गया है। चोरियां, लव जेहाद, क्राइम हो रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए।

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *