Several injured in firecracker explosion during Puri’s Jagannath festivities | पुरी में जगन्नाथ उत्सव के दौरान पटाखों में विस्फोट: 15 लोग घायल, 4 की हालत गंभीर; CM पटनायक ने दुख जताया

  • Hindi News
  • National
  • Several Injured In Firecracker Explosion During Puri’s Jagannath Festivities

पुरी2 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक
कुछ श्रद्धालु आतिशबाजी कर रहे थे, तभी एक चिंगारी पटाखों के ढेर पर गिरी और धमाका हो गया। - Dainik Bhaskar

कुछ श्रद्धालु आतिशबाजी कर रहे थे, तभी एक चिंगारी पटाखों के ढेर पर गिरी और धमाका हो गया।

ओडिशा के पुरी में बुधवार रात भगवान जगन्नाथ के चंदन यात्रा उत्सव के दौरान पटाखों के ढेर में विस्फोट होने से 15 लोग झुलस गए। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के समय सैकड़ों लोग अनुष्ठान देखने के लिए नरेंद्र पुष्करिणी सरोवर के तट पर इकट्ठा हुए थे। इसी दौरान कुछ श्रद्धालु आतिशबाजी कर रहे थे, तभी एक चिंगारी पटाखों के ढेर पर गिरी और उसमें धमाका हो गया। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनमें से चार की हालत गंभीर है।

घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है।

घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया। 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है।

CM पटनायक बोले- इलाज का खर्च मुख्यमंत्री राहत कोष से होगा
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इलाज का खर्च मुख्यमंत्री राहत कोष से वहन किया जाएगा। CM पटनायक ने ट्वीट किया कि पुरी नरेंद्र पूल के पास दुर्घटना के बारे में सुनकर दुख हुआ। मुख्य प्रशासनिक सचिव और जिला प्रशासन को घायलों का उचित इलाज करवाने और व्यवस्था की निगरानी करने का निर्देश दिया गया है।

चार धामों में से एक धाम है जगन्नाथ मंदिर
जगन्नाथ मंदिर हिंदुओं के चार धामों में से एक माना जाता है। ओडिशा के पुरी में स्थित यह विश्व प्रसिद्ध मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण को समर्पित है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु पूरी दुनिया से भगवान के दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर 800 साल से भी ज्यादा पुराने है। मंदिर में महाप्रभु श्री जगन्नाथ, बहन देवी सुभद्रा और बड़े भाई महाप्रभु बलभद्र की पूजा की जाती है। मंदिर में तीनों देवी-देवताओं की मूर्तियां एक साथ विराजमान हैं।

रथ यात्रा सबसे खास
जगन्नाथ मंदिर में हर साल रथ यात्रा निकलती है, जो दुनियाभर में प्रसिद्ध है। यात्रा हर साल आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निकलती है। इसके बाद आषाढ़ शुक्ल पक्ष के 11वें दिन जगन्नाथ जी की वापसी के साथ इस यात्रा का समापन होता है। यात्रा में शामिल होने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं।

जगन्नाथ मंदिर में हर साल रथ यात्रा निकलती है, जो दुनियाभर में प्रसिद्ध है।

जगन्नाथ मंदिर में हर साल रथ यात्रा निकलती है, जो दुनियाभर में प्रसिद्ध है।

ये खबर भी पढ़ें …

राजकोट में आग लगने से 30 लोगों की जान गई, हादसे में गेम जोन के एक मालिक की भी मौत

राजकोट में शनिवार शाम 4.30 बजे टीआरपी गेम जोन में आग लगने से 12 बच्चों समेत 30 लोगों की मौत हुई थी। कुछ लोग इस हद तक जल गए थे कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही थी। शवों की पहचान के लिए 25 डीएनए सैंपल गांधीनगर भेजे गए थे।​​​​​​​ पूरी खबर पढ़ें …

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *