संभाग के 171 बीएड कॉलेजों में दाखिला लेने वाले 18 हजार विद्यार्थियों को अब साल में दो बार परीक्षा देनी होगी। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय ने इसी शिक्षा सत्र से बीएड दो वर्षीय पाठ्यक्रम में सिस्टम लागू करने की तैयारी कर ली है। बोर्ड ऑफ स्टडीज और एक
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बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट से हरी झंडी मिलने के बाद विश्वविद्यालय इसी शिक्षा सत्र से परीक्षा स्कीम में बदलाव कर बीएड में भी सेमेस्टर प्रणाली को लागू करेगा। विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में पूर्व में ही सेमेस्टर प्रणाली को लागू किया जा चुका है। नई शिक्षा नीति के तहत अब बीएड में भी इसे लागू किया जाएगा। बीएड दो वर्षीय पाठ्यक्रम में सेमेस्टर सिस्टम लागू होने से संभाग के कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को अब साल में दो बार एग्जाम देना होगा। यानी बीएड पाठ्यक्रम की डिग्री हासिल करने के लिए अभ्यर्थियों को अब साल में चार परीक्षाएं देनी होगी।
अब तक बीएड में एनुअल एग्जाम का सिस्टम लागू था। विश्वविद्यालय के अतिरिक्त कुल सचिव शैक्षणिक बिट्ठल बिस्सा ने बताया कि सेमेस्टर प्रणाली के तहत बीएड पाठ्यक्रम का नया सिलेबस तैयार हो चुका है। बीएड कॉलेज में दाखिला लेने वाले अभ्यर्थियों को जल्द ही सिलेबस उपलब्ध कराया जाएगा।