मेरठ मेट्रो ट्रेन का मॉडर्न लुक आज शनिवार 7 सितंबर को सबके सामने होगा। मेरठ मेट्रो के शुरू होते ही यह यूपी की सातवीं मेट्रो ट्रेन होगी। 2025 में मेरठ में रैपिडेक्स के कॉरिडोर पर ही मेट्रो का संचालन भी शुरू हो जाएगा। NCRTC के अनुसार जून 2025 में मेरठ
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परतापुर मेरठ साउथ से मेरठ मोदीपुरम स्टेशन तक जाएगी। भविष्य में इसे आगे बढ़ाया भी जा सकता है। आज दुहाई स्टेशन पर मेट्रो के मॉडर्न लुक की रिवीलिंग सेरेमनी होगी। मेरठ मेट्रो ट्रेनसेट के आधुनिक और यात्री-केंद्रित इंटीरियर के लुक को जारी किया जाएगा। गुजरात के एलस्टॉम कंपनी स्थित प्लांट में बनकर ये ट्रेन दुहाई आ चुकी है।
मेरठ मेट्रो के होंगे 13 स्टेशन

मेरठ मेट्रो कॉरिडोर 13 स्टेशनों के साथ 23 किमी की लंबाई वाला है। इस कॉरिडोर में परतापुर साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दीनगर, ब्रहापुरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, डोरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरमऔर मोदीपुरम डिपो शामिल है।
मेरठ के मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक 82 किलोमीटर का ट्रैक बनकर तैयार हो चुका है। इसमें सराय काले खां से मेरठ साउथ स्टेशन तक रैपिड रेल चलेंगी। जबकि मेरठ शहर के अंदर मेट्रो चलेगी।
रैपिडेक्स के कॉरिडोर पर चलेगी

यह पहली बार है जब मेट्रो ट्रेन रेपिडेक्स के कॉरिडोर पर चलेगी। मेरठ में रैपिडेक्स यानि नमो भारत और मेरठ मेट्रो दोनों एक कॉरिडोर पर दौड़ेंगी। RRTS के इंफ्रास्ट्रक्चर पर ही मेरठ मेट्रो चलेगी। इसके लिए एनसीआरटीसी ने यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम लेवल 2 को हाईब्रिड लेवल 3 क साथ लागू किया है। ट्रेन में एक बार में 700 यात्री सफर कर सकेंगे।
दुहाई डिपो में टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू रैपिड और मेट्रो ट्रेनों के डिब्बे गुजरात की एलस्टॉम कंपनी के प्लांट में तैयार हुए हैं। अब मेट्रो ट्रेनों के डिब्बे गाजियाबाद आना शुरू हो गए हैं। फिलहाल पांच ट्रेन सेट गाजियाबाद के दुहाई डिपो में पहुंच गए हैं, जहां इनकी असेंबलिंग और टेस्टिंग प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
NCRTC का दावा है कि जून-2025 तक मेरठ से दिल्ली तक पूरा रूट चालू हो जाएगा। अभी तक गाजियाबाद में साहिबाबाद स्टेशन से मेरठ साउथ स्टेशन तक 42 किलोमीटर में रैपिड रेल यानि नमो भारत ट्रेनों का संचालन हो रहा है।
अब जानिए मेरठ मेट्रो में क्या सुविधा मिलेगी
- मेरठ मेट्रो मॉडर्न तरीके से मेक इन इंडिया मुहिम के तहत बनी है।
- मेट्रो कम ऊर्जा खपत, लाइटवेट, रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम, स्वचालित ट्रेन सुरक्षा यानि एटीपी, स्वचालित ट्रेन कंट्रोल यानि एटीसी तकनीक पर आधारित है।
- ट्रेन 120 किमी प्रति घंटा की स्पीड से चलेगी।
- मेरठ मेट्रो 3 कोच से मिलकर बनेगी। इसमें एर्गोनॉमिक रूप से डिजाइन की गई 2×2 ट्रांसवर्स और लांगिट्यूडनली बैठने की व्यवस्था होगी।
- ट्रेन अत्याधुनिक हल्के वजन और स्टेनलेस स्टील से बनी है।
- AC, आरामदायक सिटिंग, खड़े होने की पूरी जगह मिलेगी। सामान रखने की रैक, ग्रैब हैंडल, यूएसबी डिवाइस चार्जिंग, सीसीटीवी कैमरे, डायनामिक रूट मैप्स, इंफोटेनमेंट सिस्टम, ऑटोमेटिक लाइट्स की सुविधा रहेगी।
- भीड़ मैनेजमेंट के लिए सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) के साथ मेट्रो संचालन को जोड़ा जाएगा, ताकि सुरक्षा का पूरा पालन हो सके।
- मेडिकल स्ट्रैचर और व्हील चेयर की सुविधा भी मिलेगी।