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उज्जैन/काशी/देवघर4 मिनट पहले
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आज सावन का दूसरा सोमवार है। पहले सोमवार की ही तरह देश के सभी शिव मंदिरों पर भक्तों की लंबी कतारे हैं। मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के पठ रात 2.30 बजे खोले गए। यूपी के काशी में विश्वनाथ धाम के कपाट भी रात 3 बजे खोले गए।
उत्तराखंड के हरिद्वार से गंगा का जल लाने वाले कांवड़ियों की संख्या 3 करोड़ पहुंची है। 19 जुलाई की शाम तक 3 करोड़ का आंकड़ा पार हुआ। हरिद्वार के सभी घाट कांवड़ियों की भीड़ से भरे नजर आए।
शहर की सड़कों से लेकर हर की पौड़ी तक पूरा इलाका श्रद्धालुओं और वाहनों से भरा रहा।यहां हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और उत्तर प्रदेश समेत दूसरे राज्यों से कांवड़िए आ रहे हैं।
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यूपी के अलीगढ़ में दो भाई अपने पिता को कावड़ के साथ कंधे पर उठाए हुए।

यूपी के मुजफ्फरनगर में कावड़ में लाइट लगाकर ले जाता कांवड़िया।
5 ज्योतिर्लिंग में 11 जुलाई से 9 अगस्त तक सावन


जानिए देश की प्रसिद्ध कावड़ यात्राओं के बारे में


अपडेट्स
4 मिनट पहले
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MP: पचमढ़ी का पद्मशेष मंदिर, यहां पहुंचने के लिए 21 किमी चलना पड़ता है

100 फीट लंबी गुफा में 35 फीट अंदर पहुंचे हैं पद्मशेष महादेव।

पद्मशेष नागदेवता की गुफा तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 21 किमी लंबी पैदल यात्रा करनी होती है।
पचमढ़ी में हर साल सावन में लगने वाला नागद्वारी मेला आस्था के केंद्र के साथ देश की सबसे दुर्गम धार्मिक यात्राओं में से एक है। यह सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) के कोर एरिया में आता है। इसलिए साल में एक बार 11 दिन के लिए खुलता है।
इस बार लाखों श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। ट्रेन के लिए सबसे नजदीकी स्टेशन पिपरिया है। यहां से सड़क मार्ग से 53 किमी दूर पचमढ़ी जाना होगा। दूसरे राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं।
पद्मशेष नागदेवता की गुफा तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 21 किमी लंबी पैदल यात्रा करनी होती है, जिसमें 7 पहाड़ पार करने होते हैं। कई पहाड़ों की ऊंचाई 150 मीटर तक है। यात्रा में घने जंगल, नाले, पथरीले रास्ते और खड़ी चढ़ाई आती है।
श्रद्धालु जलगली से यह ट्रैक शुरू करते हैं, जो दो दिन में पूरा होता है। रास्ते में प्रशासन ने अस्थायी सीढ़ियां, रस्सियों से पुल, 17 कैंप, मेडिकल व पुलिस टीमें तैनात की हैं। मान्यता है कि यहां दर्शन से कालसर्प दोष दूर होता है। संतान प्राप्ति की मन्नतें पूरी होती हैं। गुफा शेषनाग के आकार के पहाड़ में स्थित है।
16 मिनट पहले
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काशी विश्वनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक और मंगला आरती की गई
18 मिनट पहले
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14 जुलाई: सावन का पहला सोमवार
राजस्थान के शिव मंदिर में 151 किलो घी से अभिषेक, काशी विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए 1 सेकेंड का वक्त

सावन महीने के पहले सोमवार पर देशभर के शिव मंदिरों पर जमकर भीड़ रही थी। मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के तड़के सुबह 2.30 बजे मंदिर के कपाट खोले गए थे। राजस्थान के जयपुर में चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर में सुबह 3 बजे भगवान भोलेनाथ का 151 किलो गाय के घी से अभिषेक किया गया था। यूपी के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह 4 बजे मंगला आरती हुई थी। काशी में बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए केवल 1 सेकेंड का समय मिला था। पूरी खबर पढ़ें…
19 मिनट पहले
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यूपी के गाजियाबाद में दूधेश्वर महादेव मंदिर में सुबह आरती हुई
20 मिनट पहले
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अयोध्या में क्षीरेश्वरनाथ महादेव मंदिर में सुबह 3 बजे से भारी भीड़
21 मिनट पहले
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दिल्ली के गौरी शंकर मंदिर में सुबह करीब 4 बजे अभिषेक किया गया
24 मिनट पहले
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उत्तर प्रदेश: काशी विश्वनाथ मंदिर में बढ़ने लगी भक्तों की भीड़