Sarvapitru Moksha Amavasya on 2 October, we should do worship according to our zodiac sign on pitru paksha | सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर राशि अनुसार करें पूजा-पाठ: भारत में नहीं दिखेगा 2 अक्टूबर का सूर्य ग्रहण; जानिए पितरों का श्राद्ध करते समय किन बातों का ध्यान रखें

37 मिनट पहले

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बुधवार, 2 अक्टूबर को पितृ पक्ष की अंतिम तिथि रहेगी। इसे सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहा जाता है। अमावस्या पर सूर्य ग्रहण भी हो रहा है, लेकिन ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इस वजह से इसका सूतक भी नहीं रहेगा। पूरे दिन बिना बाधा के धर्म-कर्म कर सकेंगे।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, पितृ पक्ष की अमावस्या पर पितरों के लिए धूप-ध्यान जरूर करना चाहिए, क्योंकि पूरे पितृ पक्ष में किए गए श्राद्ध कर्म से भी ज्यादा पुण्य इस अमावस्या पर किए गए श्राद्ध से मिल सकता है। इस दिन पर कई पीढ़ियों के जाने-अनजाने सभी पूर्वजों के लिए धूप-ध्यान किए जाते हैं। इस साल पितृ पक्ष में जिन मृत लोगों के लिए श्राद्ध करना भूल गए हैं, उनके लिए अमावस्या पर ही श्राद्ध कर सकते हैं।

सूर्य ग्रहण का समय और कहां-कहां दिखेगा

www.timeanddate.com के मुताबिक भारतीय समय अनुसार सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर की रात 9.13 बजे से शुरू होगा और मध्य रात्रि 3.17 बजे खत्म होगा। ये ग्रहण अर्जेंटिना और चिली में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। इन देशों के अलावा अंटार्कटिका, ब्राजिल, मेक्सिको, न्यूजीलेंड, पेरू, अमेरिका सहित कई देशों में आंशिक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा। भारत के आसपास के देशों में ग्रहण के समय रात रहेगी, यहां सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा।

सूर्य ग्रहण जिस जगह दिखाई देता है, वहीं ग्रहण का सूतक मान्य होता है। जहां ग्रहण दिखाई नहीं देता है, वहां ग्रहण का सूतक नहीं मानना चाहिए। सूर्य ग्रहण का सूतक ग्रहण के समय से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है और ग्रहण खत्म होने तक रहता है।

अब जानिए पितृ पक्ष की अमावस्या पर राशि अनुसार कौन से शुभ काम करें और राशि स्वामी के लिए किन चीजों का दान करें…

मेष– मेष राशि लोग शिवलिंग का दही से अभिषेक करें और लाल गुलाल चढ़ाएं। मंगल के निमित्त लाल मसूर का दान करें।

वृषभ– इन लोगों को शिवलिंग पर दूध चढ़ाना चाहिए। सफेद फूलों से शिवलिंग के साथ ही नंदी का भी श्रृंगार करें। शुक्र ग्रह के निमित्त दूध दान करें

मिथुन– इस राशि के लोग शिव जी और देवी पार्वती का अभिषेक करें। शिव जी को बिल्व पत्र और गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं। बुध ग्रह के लिए हरे मूंग का दान करें।

कर्क– शिवलिंग और चंद्र देव का कच्चे दूध से अभिषेक करें। सफेद आंकड़े के फूल चढ़ाएं। इस दिन चंद्र देव के निमित्त दूध दान करें।

सिंह– अमावस्या की सुबह सूर्य को अर्घ्य अर्पित करें। इसके बाद शिवलिंग का अभिषेक करें। सूर्य के निमित्त गुड़ का दान करें।

कन्या- ये लोग शिवलिंग पर हरे मूंग चढ़ाएं। मूंग के हलवे का भोग लगाएं। बुध के निमित्त हरे कपड़ों का दान करें।

तुला- शिवलिंग पर सफेद फूल अर्पित करें। देवी पार्वती को श्रृंगार सामग्री चढ़ाएं। शुक्र ग्रह के लिए सफेद मिठाई का दान करें।

वृश्चिक– शिवलिंग पर लाल फूल चढ़ाएं। किसी शिवालय में सफाई भी करें। माता को साड़ी भेंट करें। मंगल ग्रह माता की पूजा करने वालों विशेष कृपा करता है।

धनु- गुरु ग्रह की पूजा भी शिवलिंग रूप में ही की जाती है। इसलिए ये लोग शिवलिंग पर पीले फूल चढ़ाएं। गुरु ग्रह के लिए चने की दाल का दान करें।

मकर– शिवलिंग पर काले तिल और नीले फूल चढ़ाएं। शनिदेव के लिए तेल का दान करें।

कुंभ– जल में काले तिल मिलाकर शिव जी का अभिषेक करें। शनिदेव के लिए नीले कपड़ों का दान करें।

मीन– शिवलिंग पर चंदन और अष्टगंध का लेप करें और बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। गुरु ग्रह के निमित्त पीली मिठाई का दान करें।

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