नई दिल्ली8 घंटे पहले
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अवॉर्ड पाने वालों में सबसे ज्यादा 7 सांसद महाराष्ट्र के हैं।
लोकसभा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 17 सांसदों को संसद रत्न पुरस्कार 2025 के लिए चुना गया है। इनमें NCP शरद गुट की सुप्रिया सुले, BJP के रवि किशन और निशिकांत दुबे और शिवसेना UBT के अरविंद सावंत का नाम शामिल है। संसद रत्न बनने वाले सांसदों में सबसे ज्यादा 7 सांसद महाराष्ट्र से हैं।
इनके अलावा 4 स्पेशल जूरी अवॉर्ड भी शामिल हैं। इनमें BJP के भर्तृहरि महताब, क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के एनके प्रेमचंद्रन, NCP शरद गुट की सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीरंग अप्पा बार्ने शामिल हैं। इन सभी ने 16वीं लोकसभा के बाद से लगातार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखा है।
समारोह की तस्वीरें…

गोरखपुर से सांसद रवि किशन संसद रत्न पाने वाले एक्टर-सांसद में शामिल हैं।

जालंधर से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी को कृषि समिति के लिए स्पेशल अवॉर्ड मिला।
सांसद जिन्हें संसद रत्न चुना गया
बाकी सांसदों में BJP की स्मिता उदय वाघ, शिवसेना के नरेश म्हस्के, कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़, BJP की मेधा कुलकर्णी, प्रवीण पटेल, विद्युत बरन महतो और दिलीप सैकिया भी शामिल हैं। सांसद एनके प्रेमचंद्रन को 5वीं बार संसद रत्न अवॉर्ड मिला है।
कमेटी कैटेगरी में, भर्तृहरि महताब की अध्यक्षता वाली वित्त संबंधी स्थायी समिति और डॉ. चरणजीत सिंह चन्नी (कांग्रेस) की अध्यक्षता वाली कृषि संबंधी स्थायी समिति को उनकी रिपोर्टों की गुणवत्ता और विधायी निगरानी में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

संसद रत्न अवॉर्ड से जुड़ी खास बातें…
- प्राइम पॉइंट फाउंडेशन और डिजिटल मैग्जीन प्रेजेंस ने 2010 में इस पुरस्कार की शुरुआत की। इसका सुझाव पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम ने दिया था। पहला समारोह चेन्नई में हुआ था।
- सवाल पूछने की संख्या, अध्यादेश या निजी विधेयक, बैठकों में भागीदारी और चर्चा में भागीदारी जैसे बिंदुओं के आधार पर चुना जाता हहै। इस साल निर्णायक समिति के अध्यक्ष NCBC चेयरमैन हंसराज गंगाराम अहीर थे।
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संसद गेट पर राहुल-प्रियंका ने SIR लिखे पोस्टर फाड़े: डस्टबिन में डाले; लोकसभा स्पीकर ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, 28 जुलाई से सदन चलाने पर सहमति

संसद के मानसून सत्र के पांचवें दिन विपक्ष ने बिहार वोटर वेरिफिकेशन मुद्दे पर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। मकर द्वार पहुंचने पर राहुल-प्रियंका सहित विपक्ष के सांसदों ने स्पेशल इंन्टेंसिव रिवीजन (SIR) लिखे पोस्टर फाड़े। उन्हें प्रतीकात्मक डस्टबिन में डाला। साथ ही मोदी सरकार हाय-हाय के नारे लगाए।
लोकसभा में भी विपक्ष ने नारेबाजी की। सदन में करीब 20 मिनट ही कार्यवाही चल पाई। स्पीकर ओम बिरला ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। 28 जुलाई से सदन सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बन गई है। इसी दिन ऑपरेशन सिंदूर पर भी चर्चा होगी। पढ़ें पूरी खबर…