कुशीनगर में छठ महापर्व पर व्रती महिलाओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। वहीं, कुशीनगर के फल कारोबारी इस बार उम्मीदों के विपरीत बिक्री में कमी से निराश हैं। बाजारों में भीड़ तो रही, लेकिन खरीदारों ने अपेक्षाकृत कम खरीदारी की। जिससे फल कारोबारियों
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फल कारोबारी इस बार विशेष रूप से छठ पूजा के लिए फल, सूप, हानी सिंदूर, गन्ना, सिंघाड़ा, नारियल, कच्ची हल्दी और हरी सब्जियों की अधिक मांग की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन महंगाई के कारण खरीदारी में कमी आई। कुशीनगर के प्रमुख बाजारों में रौनक तो बनी रही, लेकिन बिक्री में अपेक्षाकृत गिरावट आई। बुधवार को बाजारों में भीड़ देखी गई, लेकिन गुरुवार तक स्थिति सिमटने लगी और अधिकांश दुकानों पर छठ पूजा से संबंधित सामग्री कम ही बिकी।
फल कारोबारी राहुल मदेशिया ने बताया- हमने जिस हिसाब से स्टॉक मंगवाए थे, वे सब निकल नहीं पाए। बिक्री हुई, लेकिन सिर्फ जरूरत भर की। इस बार सामान की कीमतों में पिछले साल के मुकाबले काफी तेजी आई। जिससे ग्राहक सीमित खरीदारी करने पर मजबूर हुए।
रेयाज अहमद ने कहा- दिवाली के समय बाजार में भीड़ दिखी थी, तो हमने छठ पर्व पर बिक्री की उम्मीद की थी, लेकिन अब तक जितना स्टॉक मंगाया था, वह नहीं बिक सका। पिछले साल के मुकाबले हर फल की कीमत में कम से कम 30 से 40 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। जिससे बिक्री पर असर पड़ा है।