शहर के प्रमुख गरबा उत्सव में से एक साकेत ना गरबा में पार्टिसिपेंट्स पर नवरात्रि के दूसरे दिन गुरुवार को शक्ति की भक्ति का रंग लगातार चढ़ते दिखाई दे रहा है। साकेत नगर के बगीचे में चल रहे उत्सव में गरबा के साथ ही गुरुवार को पर्यावरण संरक्षण पर आधारित न
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शहर के मध्य में होने के कारण साकेत ना गरबा का पूरा पंडाल भर गया था। यहां गरबा के प्रति उत्साह न केवल पार्टिसिपेंट्स में बल्कि गरबा देखने वालों में भी देखा जा रहा है। युवतियों, महिलाओं के साथ ही युवक भी तरह-तरह के आकर्षक वेश रखकर गरबा नृत्य में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। कोई पगड़ी पहनकर आया तो कोई मोर मुकुट लगाकर कृष्ण की तरह दिखाई दिया, वहीं युवतियां भी खूब सजकर आईं।
अब रोज गरबा गीतों की मधुर स्वरलहरियों के साथ बालिकाएं, युवतियां, युवक और महिलाएं गरबा नृत्य के माध्यम से शक्ति की भक्ति कर रही हैं। साकेत ना गरबा के आयोजक नीरज याग्निक ने बताया कि इस वर्ष में साकेत ना गरबा में कई आकर्षण होंगे। वर्षों के जुड़े पीयूष पटेल ने बताया कि साकेत ना गरबा साकेत नगर की पहचान बन गया है। यहां का नवरात्रि उत्सव और गरबा की प्रस्तुति शहर के शीर्ष गरबा स्थलों में से एक बन गया है। विजेंद्र दीक्षित, दीपिका यादव, जतिन व्यास, भरत पांचाल, खेमराज पेरूलिया जैसे कई लोग हैं जो यहां गरबा करने के लिए हफ्तों पहले से कड़ी मेहनत करते हैं। इसी तरह दर्शकों में मौजूद आशु पायल दुबे भी यहां के गरबे के प्रशंसक हैं, वे हर साल यहां गरबा देखने जरूर आते हैं। इस बार बच्चों को भी साथ लाए हैं, तोकि वे भारतीय संस्कृति को अच्छी तरह समझ सकें।
अलहदा अंदाज….
परिवार के साथ आए गरबा के प्रशंसक।