Russian Missile Strikes Indian Pharma Warehouse In Ukraine | दावा- रूस का यूक्रेन में भारतीय गोदाम पर मिसाइल अटैक: यूक्रेन बोला- रूस जानबूझकर भारतीय कंपनियों को निशाना बना रहा


कीव3 घंटे पहले

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ब्रिटेन में यूक्रेनी राजदूत ने इस हमले की तस्वीर जारी कर दावा किया कि गोदाम में बच्चों और बुजुर्गों के लिए कई जरूरी दवाइयां थीं। - Dainik Bhaskar

ब्रिटेन में यूक्रेनी राजदूत ने इस हमले की तस्वीर जारी कर दावा किया कि गोदाम में बच्चों और बुजुर्गों के लिए कई जरूरी दवाइयां थीं।

यूक्रेन पर शनिवार को रूसी मिसाइल हमले में एक भारतीय फार्मास्यूटिकल कंपनी कुसुम के गोदाम में आग लग गई। भारत में स्थित यूक्रेनी दूतावास ने आरोप लगाया कि रूस ने जानबूझकर राजधानी कीव में भारतीय गोदाम को निशाना बनाया है।

यूक्रेनी दूतावास ने कहा- आज रूस ने यूक्रेन में भारतीय कंपनी कुसुम के गोदाम पर मिसाइल से हमला किया। भारत के साथ खास दोस्ती का दावा करने वाला रूस जानबूझकर भारतीय कंपनियों पर हमला कर रहा है।

गोदाम पर हमले की तस्वीर

दावा है कि हमला मिसाइल से नहीं बल्कि ड्रोन से किया गया है।

दावा है कि हमला मिसाइल से नहीं बल्कि ड्रोन से किया गया है।

गोदाम में बुजुर्गों-बच्चों की जरूरी दवाइयां थीं ब्रिटेन में यूक्रेन के राजदूत मार्टिन हैरिस ने भी दावा किया कि रूसी हमलों ने राजधानी कीव में एक प्रमुख फार्मा कंपनी के गोदाम को तबाह कर दिया। हालांकि, मार्टिन ने कहा कि यह हमला रूसी ड्रोन्स के जरिए किया गया, न कि मिसाइल से।

उन्होंने X पर पोस्ट में लिखा- आज सुबह रूसी ड्रोन्स ने कीव में एक प्रमुख फार्मास्यूटिकल गोदाम को पूरी तरह तबाह कर दिया, जिससे बुजुर्गों और बच्चों के लिए जरूरी दवाइयों का स्टॉक जलकर खाक हो गया। यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ रूस का आतंकी अभियान जारी है।

अभी तक भारत और रूस ने कोई बयान नहीं दिया भारतीय और रूसी सरकारों ने अभी तक इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है। इससे पहले आज, रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि यूक्रेन ने एक दिन पहले उसके एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 5 हमले किए है।

दो हफ्ते पहले ही रूस और यूक्रेन में समझौता हुआ था, जिसमें दोनों देश ने तय किया था कि एक दूसरे के एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमला नहीं करेंगे और ब्लैक-सी में जहाजों की सुरक्षित आवाजाही जारी रहेगी। इसके साथ ही स्थायी शांति के लिए कोशिश करेंगे।

अमेरिका ने इसे लेकर यूक्रेन और रूस से अलग-अलग समझौते किए हैं। पिछले महीने अमेरिका और रूस के बीच सऊदी अरब के रियाद में 12 घंटे से ज्यादा बैठक हुई थी।

सैनिकों की अदला-बदली कर चुके हैं रूस-यूक्रेन ट्रम्प के शपथ ग्रहण के बाद से ही दोनों देशों में सीजफायर को लेकर कई बार बातचीत हो चुकी है। पिछले महीने दोनों देशों ने एक-दूसरे की कैद में मौजूद सैनिकों की अदला-बदली की थी। दोनों के बीच 175 कैदियों की अदला-बदली हुई थी। इसके अलावा रूस ने गंभीर रूप से घायल 22 यूक्रेनी सैनिकों को भी रिहा किया था।

यूक्रेन की कैद से छूटकर घर आने के लिए बस में बैठते रूसी सैनिक।

यूक्रेन की कैद से छूटकर घर आने के लिए बस में बैठते रूसी सैनिक।

दो पहले पुतिन के काफिले की कार में ब्लास्ट हुआ था

दो हफ्ते पहले रूसी राष्ट्रपति रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के काफिले की कार में ब्लास्ट हुआ था। यह धमाका खुफिया एजेंसी FSB के मुख्यालय के बाहर हुआ था। यह एक लग्जरी लिमोजिन कार थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक कार के इंजन में आग लग गई थी और फिर अंदर फैल गई थी।

हालांकि जिस वक्त ये हादसा हुआ, उस वक्त ये कार पुतिन के काफिले में शामिल नहीं थी और न ही पुतिन इस कार के आस-पास थे।

ब्लास्ट के बाद लग्जरी लिमोजिन कार में आग लग गई।

ब्लास्ट के बाद लग्जरी लिमोजिन कार में आग लग गई।

यूक्रेन का 20% हिस्सा रूस के कंट्रोल में रूस बीते तीन साल में यूक्रेन का लगभग 20% हिस्सा हथिया चुका है। राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन के चार पूर्वी प्रांत डोनेट्स्क, लुहांस्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉन को रूस में शामिल कर चुके हैं। जबकि रूस के कुर्स्क इलाके में दोनों सेनाओं में संघर्ष जारी है।

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