हालांकि, पुलिस की जांच में धर्मांतरण जैसी कोई गतिविधि नहीं पाई गई।
गुजरात के सूरत में भाठा स्थित ग्रीन सिटी अपार्टमेंट-13 के हॉल में ईसाई धर्म का कार्यक्रम चल रहा था। इसमें धर्मांतरण की आशंका से स्थानीय लोगों ने हंगामा किया। विश्व हिंदू परिषद और अन्य संगठनों के लोगों ने इस कार्यक्रम को बंद करा दिया। इसके बाद कार्यकर
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मिशनरी सत्संग कार्यक्रम था हालांकि, पुलिस की जांच में धर्मांतरण जैसी कोई गतिविधि नहीं पाई गई, फिर भी लगभग 40 लोगों को पाल थाने में ले जाकर उनके बयान दर्ज किए गए। इस कार्यक्रम में वडोदरा से ईसाई धर्म के धार्मिक नेता आए थे। कार्यक्रम के लिए ग्रीन सिटी हॉल के प्रमुख से मंजूरी ली गई थी। बुधवार शाम 6 बजे हुए मिशनरी सत्संग कार्यक्रम में लग्जरी बसों से 50 से अधिक लोग पहुंचे थे।
कार्यक्रम में स्थानीय युवाओं को भी बुलाया गया था। मिशनरी कार्यक्रम शुरू होते ही स्थानीय लोग जुट गए और आयोजक योगेश पटेल से कार्यक्रम को बंद करने को कहा। उसके बाद पुलिस के उच्च अधिकारियों की टीम घटना स्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की।
विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता पहुंचे और कार्यक्रम बंद करा दिया पाल थाने में डीसीपी राकेश बारोट ने उन 40 लोगों से बयान लिया, जो शहर के बाहर से आए थे। विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों के लोगों ने कार्यक्रम को रोक दिया गया और हॉल के अंदर “जय श्री राम” के नारे लगाए। सूचना पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और 40 लोगों को वहां से ले गए, साथ ही आयोजकों से पूछताछ की। स्थानीय लक्ष्मी अग्रवाल ने कहा कि हमें जानकारी मिली थी कि यहां धर्म परिवर्तन का कार्यक्रम चल रहा था, इसलिए हमने यहां शुद्धिकरण के लिए चार धाम से लाए गए गंगाजल का छिड़काव किया।
जानकारी मिली थी कि भजन और सत्संग हो रहा है। ऐसा लगा कि यह हिंदू धर्म का कार्यक्रम होगा। वहां पहुंचने पर पता चला कि इसाई धर्म का कार्यक्रम है। हमने कार्यक्रम को रोक कर पुलिस को सूचित किया। जानकारी मिली है कि धर्म प्रचार के लिए वडोदरा से लोग आए थे। -निलेश अकबरी, शहर मंत्री, विश्व हिंदू परिषद
स्थानीय लोगों ने पुलिस को कॉल किया था, लेकिन शिकायत दर्ज कराने को कोई तैयार नहीं हुअा। फिलहाल यह कार्यक्रम सामान्य सत्संग कार्यक्रम जैसा प्रतीत हो रहा है, लेकिन अगर कोई शिकायत दर्ज कराने के लिए तैयार होता है, तो पुलिस निश्चित रूप से कार्रवाई करेगी। -राकेश बारोट, डीसीपी