राजसमंद में अन्नपूर्णा मंदिर तक रोपवे बनाने की प्राथमिक स्तर की तैयारी शुरू।
राजसमंद में अन्नपूर्णा माता मंदिर तक श्रद्धालुओं को सुगम तरीके से पहुंचाने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास शुरू कर दिए गए हैं।
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धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नो चोकी पाल से राजनगर की पहाड़ी पर स्थित मां अन्नपूर्णा माताजी मंदिर तक रोपवे बनाने को लेकर प्राथमिक स्तर की तैयारी शुरू कर दी गई है।
आज से सर्वे का काम शुरू हुआ
इसके लिए आज से सर्वे का काम किया गया। सर्वे का जिम्मा कोलकाता की कंपनी गणपति रोपवे इंफ्रा को सौंपा गया है। दो दिन चलने वाले इस सर्वे के बाद रिपोर्ट तैयार कर कोलकाता मुख्यालय भेजी जाएगी। जहां से इस पूरे प्रोजेक्ट की तकनीकी डिजाइन और लागत का आकलन किया जाएगा।
ऊंचाई और दूरी को मापने का काम किया
सर्वे के दौरान विशेषज्ञ टीम ने अन्नपूर्णा माताजी मंदिर की परिक्रमा क्षेत्र व पीछे के हिस्से से लेकर राजगढ़ की पहाड़ी और नो चौकी पाल क्षेत्र तक पूरे मार्ग का भू-सर्वेक्षण किया। इसके लिए टीम ने थियोडोलाइट मशीन और टोटल स्टेशन सर्वे उपकरण का उपयोग किया। इस हाई-टेक मशीन की मदद से ऊंचाई, दूरी और कोण का सटीक मापन किया गया। जिससे रोपवे की दिशा और ढाल का वैज्ञानिक तरीके से निर्धारण संभव हो सकेगा। रोपवे बन जाने से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को मंदिर तक पहुंचने में सुविधा होगी। वर्तमान में पहाड़ी पर स्थित अन्नपूर्णा माता मंदिर तक पहुंचने के लिए लोगों को पैदल लंबा सफर तय करना पड़ता है। इस वजह से बुजुर्ग और दिव्यांग भक्तों को मंदिर तक पहुंचने में काफी परेशानी होती है।
रोप वे से झील का भी आनंद ले सकेंगे
दिवंगत राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी ने इस संदर्भ में प्रयास किए थे जिससे कि राजसमंद के प्राचीन अन्नपूर्णा माता मंदिर तक हर उम्र का श्रद्धालु पहुंच सके ओर सुगम तरीके से दर्शन हो सके। अब विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने एक बार फिर से इस संदर्भ में प्रयास तेज कर दिए हैं। विधायक माहेश्वरी ने बताया कि स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को अन्नपूर्णा माता मंदिर पहुंचने में आसानी होगी। राजसमंद की खूबसूरत झील और प्राकृतिक नजारों का आनंद भी लेने को मौका मिलेगा। जिले के विकास में सबसे बड़ा योगदान वहा के पर्यटन स्थलों से होने वाली आय से होता है रोपवे बनने से राजसमंद के विकास की एक मजबूत नींव साबित होगा।