Revelations of three terrorists caught by Gujarat ATS | आतंकियों के निशाने पर था RSS का लखनऊ हेडक्वार्टर: गुजरात में पकड़े गए 3 आतंकियों का खुलासा, अहमदाबाद-दिल्ली में भी की रेकी थी

अहमदाबाद18 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

गुजरात एटीएस द्वारा पकड़े गए तीन आतंकियों से पूछताछ में बड़े खुलासे हुए हैं। एटीएस के डीएसपी शंकर चौधरी ने बताया कि आतंकियों के निशाने पर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) का लखनऊ हेडक्वॉर्टर था।

इसके अलावा आतंकियों ने अहमदाबाद के नरोडा इलाके और दिल्ली के आजाद मैदान के आसपास के इलाकों की भी रेकी कर वहां की तस्वीरें और वीडियो बनाए थे।

हथियार लेने अहमदाबाद आया था मोहिउद्दीन एटीएस के डीएसपी शंकर चौधरी और केके पटेल को 7 नवंबर की सुबह सूचना मिली थी कि हैदराबाद का एक आतंकी हथियार लेने अहमदाबाद आया था। इसके बाद टीम ने अडालज टोल प्लाजा से हैदराबाद के आतंकी डॉ. अहमद मोहिउद्दीन सैयद को गिरफ्तार किया था।

उसकी कार से तीन विदेशी पिस्टल और 30 कारतूस भी जब्त किए गए थे। इसके अलावा अहमद को हथियार देने आए उत्तर प्रदेश के दो आतंकियों सुहैल और आजाद सुलेमान को भी गुजरात के पालनपुर से अरेस्ट किया गया था। फिलहाल एटीएस तीनों से पूछताछ कर रही है।

ढाई महीने पहले भी अहमदाबाद आया था मोहिउद्दीन आतंकियों से पूछताछ में पता चला है कि आतंकी डॉ. मोहिउद्दीन ढाई महीने पहले भी अहमदाबाद आया था और एक पैकेट में पैसे लेकर लौटा था। पैसे देने वाले शख्स की तलाश जारी है। एटीएस की जांच में यह भी पता चला है कि मोहिउद्दीन के लिए हथियार लेकर आए उत्तर प्रदेश के सुहैल और आजाद सुलेमान को राजस्थान के हनुमानगढ़ से हथियार लेकर गुजरात के कलोल पहुंचने का आदेश दिया गया था।

जांच एजेंसी का कहना है कि हनुमानगढ़ पाकिस्तानी सीमा से जुड़ा जिला है। इसलिए अंदेशा है कि सीमा पार से ड्रोन के जरिए इन तक हथियार भेजे गए थे।

सायनाइड से भी घातक राइसिन नामक केमिकल तैयार कर रहे थे डॉ. मोहिउद्दीन और उसके साथियों की टीम राइसिन नाम का जहरीला केमिकल तैयार कर रही थी, जो साइनाइड से भी ज्यादा घातक है। इस केमिकल के जरिए आतंकी बड़े नरसंहार की योजना बना रहे थे। वे इसे खाने-पीने की चीजों में पाउडर के रूप में और पानी में तरल रूप में मिलाकर बड़ा नरसंहार करना चाहते थे।

सोशल मीडिया से संपर्क में आए थे तीनों आतंकी गांधीनगर और पालनपुर से गिरफ्तार किए गए तीनों ISIS आतंकियों के बारे में एक और खुलासा हुआ है कि तीनों आतंकी सोशल मीडियो के जरिए संपर्क में आए थे। वहीं, इनका आका इन्हें टुकड़ों में जानकारी देता था कि आगे क्या करना है।

इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत नामक एक आतंकवादी संगठन एशिया के कई देशों में सक्रिय है। अफगानिस्तान में बैठा इनका सरगना अबू खजेदा सभी आतंकवादियों को अलग-अलग आदेश देता था और उनसे काम करवाता था। इस संगठन के आतंकवादी गुजरात समेत पूरे देश में सक्रिय हैं। उनकी जांच चल रही है। पहले भी इस आतंकी संगठन के लोग गुजरात में पकड़े गए थे।

4 महीने पहले भी पकड़ाए थे 4 आतंकी इससे पहले गुजरात एटीएस ने अगस्त महीने में चार आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से दो को गुजरात, एक दिल्ली और एक नोएडा से अरेस्ट किया गया था। चारों नकली नोटों के रैकेट और आतंकी संगठन से लोगों को जोड़ने का काम कर रहे थे।

ये ऐसे एप्स का उपयोग कर रहे थे जिसमें कंटेंट अपने आप डिलीट हो जाता है। चारों अल कायदा से जुड़े अल कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (AQIS) के लिए काम कर रहे थे। ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और कुछ संदिग्ध ऐप्स के जरिए लोगों से संपर्क कर रहे थे।

———————

दिल्ली में हुए आतंकी हमलों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें…

दिल्ली ब्लास्ट- CCTV में पुलवामा का डॉक्टर कार चलाते दिखा:दावा- फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़ा था

दिल्ली में सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास सफेद रंग की जिस हुंडई i20 कार में धमाका हुआ, उसे पुलवामा का रहने वाला मोहम्मद उमर नबी चला रहा था। हमले से पहले पार्किंग एरिया से निकलती कार का CCTV फुटेज सामने आया है। पूरी खबर पढ़ें…

दिल्ली कार ब्लास्ट की 35 तस्वीरें:9 मौतें, लोगों के शरीर के टुकड़े दूर जाकर गिरे; धमाके की चपेट में आई कारों के परखच्चे उड़े

दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम करीब 6.52 बजे फोर्ट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास चलती कार में धमाका हुआ।यह इतना भयानक था कि कई लोगों के लोगों के शव के चीथड़े उड़ गए। सड़क पर किसी का सिर पड़ा था, तो किसी पैर। एक शख्स की लाश कार के ऊपर नजर आई। पूरी खबर पढ़ें…

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *