बाबा बैजनाथ देवघर से गया होते हुए काशी विश्वनाथ तक वंदे भारत रेल सेवा शुरू होने का मगध के लोगों को बेसब्री से इंतजार है। लोगों का कहना है कि बीते कुछ वर्षों से धार्मिक पर्यटन से जुड़े कार्यों को काफी सफलता मिल रही है। देवघर से गया होते वाराणसी तक वंदे
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अब तक मगध के लोगों के लिए देवघर जाने के लिए सीधी ट्रेन की सुविधा नहीं थी। मगध के लोगों के लिए काशी के लिए सीधी ट्रेन तो है, लेकिन देवघर के लिए सुलभ ट्रेन सुविधा नहीं थी। इसलिए मगध के लोगों को देवघर जाना टेढ़ी खीर और महंगा पड़ता है। लेकिन जब वंदे भारत ट्रेन सेवा शुरू हो जाएगी तो मगध के शिव भक्त आसानी से देवघर तक का सफर कर सकेंगे।
रोजगार और कारोबार को भी बल मिलेगा
लोगों का कहना है कि एक साथ दो जोतिर्लिंग देवघर और काशी का न केवल दर्शन लाभ होगा बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी खासा बढ़ावा मिलेगा। इसी के साथ रोजगार और कारोबार को भी बल मिलेगा। क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से रोजगार व कारोबार दोनों को बल मिल रहा है। इसके लिए रेलवे को प्रस्ताव भेजा जाना और वहां से पॉजिटिव साइन का मिलना मगध के सभी पांच जिलों के लिए सुखद संदेश है। सावन माह से ही यह सेवा शुरू हो जाएगी।
बस सेवा भी नहीं है
सेंट्रल बिहार चैम्बर आफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष अनूप केडिया का कहना है कि देवघर जाने किए लिए न सड़क मार्ग और न रेल मार्ग मुफीद है। सीधी रेल सेवा की सुविधा नहीं होने की वजह से लोग झारखण्ड स्थित देवघर आसानी से नहीं पहुंच पा रहे थे। वहीं, सड़क मार्ग से जाने के लिए भी कोई बस सेवा नहीं है। इस वजह से बड़ी संख्या में मगध के शिव भक्त देवघर जाने की प्लानिंग केवल सावन मास में ही करते हैं। अब उन्हें सावन माह से वंदे भारत ट्रेन की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी।