कथारा4 घंटे पहले
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कथारा | जारंगडीह स्थित दुर्गा मंडप में आयोजित नौ दिवसीय श्री श्री रामचरितमानस नवाह्न परायण यज्ञ के 8वें दिन रविवार को अहले सुबह से ही पूजा अर्चना व परिक्रमा को लेकर श्रद्धालु भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। जहां यज्ञ आचार्य पुरेंद्र जी महाराज तथा पाठ कर्ता मधुरेश जी द्वारा विधिवत रूप से पाठ किया जा रहा है। श्रद्धालु भक्त पूजा अर्चना के उपरांत परिक्रमा कर रहे हैं। पूजा व परिक्रमा के क्रम में भक्तों ने जमकर भगवान राम तथा वीर बजरंगबली की गगन भेदी जयकारे लगाए। इसी क्रम में अयोध्या से पधारे मुख्य प्रवचनकर्ता जगत गुरु स्वामी राम दिनेशाचार्य जी महाराज ने कहा कि धर्म का अर्थ है लोगों के चेहरे पर प्रसन्नता प्रदान करना। जिसने जीवन में दूसरे को सुख देने के भाव को आत्मसात कर लिया वहीं सच्चा धार्मिक व्यक्ति हो सकता है। भगवान जाति पाती, ऊंच नीच नहीं देखते। कहा कि रामचरितमानस की कथा इस बात के लिए हमें प्रेरित करती है कि पत्थर में तो हमने देवता को स्थापित कर दिया पर मनुष्य को मानवता के साथ स्थापित करना आज की सबसे बड़ी चुनौती है। वहीं अयोध्या से पधारे आचार्य शत्रुघ्न शरण जी महाराज तथा बाल विदुषी हर्षिका किशोरी जी ने भी श्रोताओं को रामकथा का रसपान कराया।