नई दिल्ली49 मिनट पहले
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RBI डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर (फाइल फोटो)
केंद्र सरकार ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया है। न्यूज एजेंसी राइटर्स के मुताबिक, एक साल के एक्सपेंशन का यह आदेश 3 मई 2024 से लागू होगा।
उन्हें को मई 2021 में बीपी कानूनगो के रिटायर होने के बाद 3 साल के लिए डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था। वे 1990 में RBI में शामिल हुए थे और तब से विभिन्न पदों पर काम कर रहे हैं। डिप्टी गवर्नर का पद संभालने से पहले शंकर RBI के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स में से एक थे।
करेंसी मैनेजमेंट और एक्सटर्नल इन्वेस्टमेंट सहित अन्य डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी
RBI में डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर के पास करेंसी मैनेजमेंट डिपार्टमेंट, एक्सटर्नल इन्वेस्टमेंट एंड ऑपरेशन, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम सहित कई अन्य इंपॉर्टेंट डिपार्टमेंट को संभालने की जिम्मेदारी है।
2005-2011 तक IMF कंसल्टेंट थे टी रबी शंकर
टी रबी शंकर की एक्सपर्टाइज की बात करें तो वह एक्सचेंज रेट मैनेजमेंट, रिजर्व पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, पब्लिक डेट मैनेजमेंट, मॉनेटरी ऑपरेशन और डेवलपमेंट,फाइनेंशियल मार्केट्स के रेगुलेशन और सर्विलांस, पेमेंट सिस्टम और IT इन्फ्रॉस्ट्रक्चर की जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं।
उन्होंने गवर्नमेंट बांड मार्केट्स और डेट मैनेजमेंट के डेवलपमेंट पर IMF कंसल्टेंट के रूप में 2005-2011 तक काम किया है।
IFTAS के चेयरमैन भी हैं टी रबी शंकर
टी रबी शंकर RBI के डिप्टी गवर्नर के अलावा शंकर इंडियन फाइनेंशियल एल टेक्नोलॉजी एंड एलाइड सर्विसेज (IFTAS) के चेयरमैन और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के मेंबर हैं। इसके साथ ही वह रिजर्व बैंक इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड (ReBIT) और गवर्निंग काउंसिल IDRBT के सदस्य हैं।