आज पूरे देश में रामनवमी का त्योहार मनाया जा रहा है। इसी बीच, अयोध्या में राम मंदिर शिखर का काम अंतिम चरण में है। मंदिर के दूसरे मंजिल पर राम दरबार का काम पूरा हो गया है। यहां संगमरमर की 10 से अधिक मूर्तियां स्थापित की जाएंगी, जिससे भक्तों को ऐसा लगेग
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राम मंदिर के वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा ने बताया कि पिछले साल प्राण-प्रतिष्ठा के समय तक ग्राउंड फ्लोर बनाया गया था। उसके बाद डेढ़ साल में मंदिर का दूसरा और तीसरा फ्लोर, गुंबद और शिखर का 80% से अधिक काम पूरा हो चुका है। बाकी काम अगले डेढ़ महीने की अवधि में पूरा हो जाएगा। जून तक पूरा मंदिर तैयार हो जाएगा, जिसके बाद मंदिर ट्रस्ट द्वारा पूर्ण प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी। इस मंदिर को ‘विष्णु पंचायतन मंदिर’ के रूप में बनाया जा रहा है। सोमपुरा के अनुमान के अनुसार, 20 से 30 जून के बीच मंदिर की पूर्ण प्राण-प्रतिष्ठा की जा सकती है।
4-5 फीट की होंगी मूर्तियां
सोमपुरा ने बताया कि दूसरे मंजिल पर राम दरबार बनाया गया है, जहां भगवान श्रीराम, माता जानकी, लक्ष्मणजी, भरतजी, शत्रुघ्नजी और हनुमानजी की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। ये मूर्तियां फिलहाल जयपुर में बन रही हैं। ये सभी मूर्तियां 15 अप्रैल तक अयोध्या पहुंच जाएगी। राम-दरबार में प्रत्येक मूर्ति की ऊंचाई 4 से 5 फीट के बीच रखी गई है।
450 पिलर्स पर 16 मूर्तियां
राम दरबार में बंसीपहाड़पुर के पत्थर का उपयोग किया गया है, फ्लोरिंग में मकराना का संगमरमर लगाया गया है। हर पिलर पर 16-16 मूर्तियां उकेरी गई हैं और ऐसे कुल 450 पिलर्स हैं। इन पर दिशाओं के दिग्पालों की मूर्तियां भी बनाई गई हैं। यह दुनिया का पहला ऐसा मंदिर होगा, जहां 10 लाख से अधिक घनफुट पत्थर का उपयोग किया गया है।
राम दरबार में लिफ्ट होगी
गर्भगृह में रामजी के बाल स्वरूप के दर्शन के बाद, भक्त दूसरे मंजिल पर राम दरबार के दर्शन के लिए जा सकेंगे। इसके लिए 14 से 16 फीट चौड़ी सीढ़ियां बनाई हैं। दिव्यांगों के लिए एक लिफ्ट भी है। मंदिर की तीसरे मंजिल पर कोई मूर्ति स्थापित नहीं की जाएगी और यह मंजिल सोमनाथ मंदिर की तरह ही रखी गई है, जहां भक्त नहीं जा सकेंगे।
आज सोने के धागों की कढ़ाई वाले पीले वस्त्र पहनेंगे रामलला
अभिनव आनंद सिंह। अयोध्या. अयोध्या प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव के लिए सज चुकी है। रविवार को चैत्र प्रतिपदा के साथ उत्सव की शुरुआत होगी। भव्य राम मंदिर में दिनभर कई धार्मिक आयोजन होंगे। सुबह 9:30 बजे से प्रभु का अभिषेक होगा, जो 10:30 बजे तक चलेगा। इसके बाद रामलला को गुलाबी वस्त्र पहनाए जाएंगे और उनके माथे पर माणिक्य का टीका लगेगा। इसके बाद कुछ क्षण के लिए पट बंद होंगे।
इस दौरान प्रभु का जन्मोत्सव के लिए शृंगार होगा, जो 11:50 बजे तक चलेगा। इस दौरान प्रभु पीले सिल्क के वस्त्र पहनेंगे, जिसमें सोने के धागों से कढ़ाई की गई है। इनमें र| भी लगाए गए हैं। इसके बाद दोपहर ठीक 12 बजे सूर्य की किरणें प्रभु के माथे पर तिलक के रूप में चमकेंगी। यह सूर्य तिलक 4 मिनट चलेगा। भगवान को 56 भोग अर्पित किए जाएंगे। इस प्रक्रिया का एलईडी के माध्यम से पूरे अयोध्या में प्रसारण होगा। शाम को राम की पैड़ी पर 2.50 लाख दीपक प्रज्जवलित किए जाएंगे।