राजनांदगांव में पुलिस आरक्षक अनिल रत्नाकर की मौत के मामले में जांच टीम ने अपनी अंतरिम रिपोर्ट पेश की है। जांच में सामने आया है कि रत्नाकर ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी और वह पुलिस भर्ती प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी में शामिल था। हालांकि, अभी तक की जांच
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दैनिक भास्कर डिजिटल ने 5 दिन पहले ही अपनी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट बताया था कि रिश्वत का पैसा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से दिया गया। इसके लिए क्यूआर कोड मांगा गया और उसमें पैसे डाले गए। जांच टीम को मोबाइल से अहम सबूत मिले हैं।
अब जांच में भी यही पाया गया कि, आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी हुई है। रिपोर्ट में बताया गया कि, मृतक अनिल रत्नाकर (25 साल) ने अन्य लोगों के साथ मिलकर उम्मीदवारों से पैसे लिए और उनके नंबरों में हेरफेर किया।

अनिल रत्नाकर (25) ने कर्मचारियों फंसाने और अधिकारियों को बचाने का आरोप लगाते हुए फांसी लगा ली थी।
42 गवाहों के बयान लिए गए
मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के ASP देवचरण पटेल के नेतृत्व में 4 सदस्यीय टीम बनाई गई थी। इस टीम ने 42 गवाहों के बयान दर्ज किए। टीम ने तकनीकी सबूत, सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (सीडीआर) और बैंक स्टेटमेंट की भी विस्तार से जांच की।

दैनिक भास्कर डिजिटल ने 5 दिन पहले ही यह रिपोर्ट बताई थी।
हाथ पर लिखे सुसाइड नोट का परीक्षण
विशेष जांच टीम अभी मृतक के फोन की डेटा रिकवरी रिपोर्ट, उसके बाएं हाथ पर लिखे सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग रिपोर्ट और विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इन रिपोर्ट्स के आधार पर ही अंतिम जांच रिपोर्ट तैयार की जाएगी। आरक्षक अनिल रत्नाकर के हाथ में ये लिखा था कि, बड़े अधिकारी भी इसमें शामिल हैं, उन्हें बचाया जा रहा है।

हाथ में सुसाइड नोट लिखकर की थी आरक्षक ने आत्महत्या।
क्या है पूरा मामला-
बता दें कि पुलिस भर्ती में लेन-देन के आरोप के बाद 21 दिसंबर 2024 को आरक्षक अनिल रत्नाकर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वो खैरागढ़ पुलिस में पदस्थ था और भर्ती प्रक्रिया से जुड़ा हुआ था। सरायपाली बसना का रहने वाला था। आरक्षक ने सुसाइड नोट में लिखा था कि, आरक्षक भर्ती में कर्मचारी को फंसाया जा रहा है, अधिकारी को बचाया जा रहा है। इसमें सभी इन्वॉल्व हैं।

अब तक इस मामले में कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अब तक 15 आरोपियों की गिरफ्तारी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के अनुसार, अब तक इस मामले में कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें 7 पुलिस कर्मी, हैदराबाद की एक कंपनी के 5 तकनीशियन और 2 महिला अभ्यर्थी शामिल हैं। पुलिस की जांच अभी जारी है और अन्य दोषियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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राजनांदगांव आरक्षक भर्ती गड़बड़ी के बाद आरक्षक अनिल रत्नाकर ने 21 दिसंबर 2024 को सुसाइड कर लिया था।
राजनांदगांव में आरक्षक भर्ती गड़बड़ी मामले में नया मोड आ गया है। भर्ती में लेन-देन के आरोप के बाद आरक्षक अनिल रत्नाकर (25) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। वो खैरागढ़ पुलिस में पदस्थ था और भर्ती प्रक्रिया से जुड़ा हुआ था। सरायपाली बसना का रहने वाला था। पढ़ें पूरी खबर…