झालावाड़1 घंटे पहलेलेखक: मनीष व्यास
- कॉपी लिंक

झालावाड़ के पिपलोदी स्कूल दुखांतिका पर ये ‘मौन स्टोरी’ है। घटना के एक दिन बाद जब रिपोर्टर ने मंजर देखा, तो वह मौन रह गया। दर्द देखकर वो निशब्द था। आखिर किससे सवाल करें, उसने भी मुंह पर टेप चिपका ली। बस कैमरे में कैद कर पाए वो दृश्य जहां 7 मासूम बच्चो