कांग्रेस नेता राहुल गांधी की झारखंड में आज दो जनसभा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को झारखंड में पहले चरण की 43 सीटों के लिए अपने चुनावी सभा का आगाज ईसाई बहुल सिमडेगा से करेंगे। इसके बाद वो लोहरदगा में भी जनसभा करेंगे। सिमडेगा और लोहरदगा जिला दक्षिण छोटानागपुर प्रमंडल का हिस्सा है।
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अनुसूचित जनजाति बहुल इस प्रमंडल में विधानसभा की 15 सीटें हैं। इनमें से 11 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST), एक सीट कांके अनुसूचित जाति (SC) और तीन सीटें रांची, हटिया और सिल्ली जनरल सीट है।
झारखंड में दो चरणों 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा। पहले फेज में 43 सीटें और दूसरे फेज में 38 सीटों पर वोट पड़ेगा। रिजल्ट 23 नवंबर को आएगा।
द. छोटानागपुर प्रमंडल की राजनीति को समझिए
2019 में इस इलाके में NDA छिटक गया था, जिसका फायदा तब JMM-कांग्रेस और राजद गठबंधन ने उठाया और 15 में से 9 सीटों पर धमाकेदार जीत दर्ज की थी। इस बार NDA इंटेक्ट है।
आजसू पार्टी फिर से NDA में है। बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा (JVM) का भाजपा में विलय हो गया है। JDU और लोजपा (रामविलास) भी साथ है।
दोनों गठबंधन फिलहाल बराबरी पर दिख रहे हैं। 19-20 का ही फर्क है। इसके बावजूद अगर किसी गठबंधन के पक्ष में स्विंग हो गया तो परिणाम बदल सकते हैं।
इलाके की दोनों लोकसभा सीटें कांग्रेस के पास
2024 लोकसभा चुनाव के आंकड़ों को देखें तो INDIA ब्लॉक को नुकसान होता नहीं दिख रहा है। इलाके की दोनों लोकसभा सीटों खूंटी से कांग्रेस के कालीचरण मुंडा और लोहरदगा से कांग्रेस के सुखदेव भगत ने जीत दर्ज की है।
सिमडेगा जिले में एनोस एक्का बना रहे त्रिकोण सिमडेगा जिले की सिमडेगा और कोलेबिरा सीट पर पूर्व मंत्री एनोस एक्का त्रिकोण बनाते दिख रहे हैं। उनकी झारखंड पार्टी (एनोस) ने सिमडेगा से उनकी बेटी आईरीन एक्का और कोलेबिरा में बेटे विभव संदेश एक्का को उतार दिया है।
दोनों ने त्रिकोणीय संघर्ष की स्थिति पैदा कर दी है। चुनाव के दौरान एनोस एक्का जेल से बाहर है। इससे सभी पार्टियों के अंदर बेचैनी दिख रही है। एनोस की इलाके में मजबूत पकड़ है। आय से अधिक संपत्ति मामले में CBI की विशेष अदालत ने उनको सात साल की सजा सुनाई है।
वैसे सिमडेगा का समीकरण भी दिलचस्प है। जब भी गैर ईसाई मतदाता एकजुट होते हैं भाजपा चुनाव जीत जाती है। 2014 में भाजपा की विमला प्रधान चुनाव जीती थीं। हालांकि, कोलेबिरा में राज्य गठन के बाद से भाजपा चुनाव नहीं जीत सकी है।
लोहरदगा में उरांव की प्रतिष्ठा दांव पर लोहरदगा विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। यहां पर हेमंत सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव की इज्जत दांव पर लगी है। राज्य गठन के बाद इस सीट पर अब तक हुए चुनाव में दो बार आजसू, और तीन बार कांग्रेस चुनाव जीती है। कांग्रेस ने उरांव पर ही भरोसा जताया है। पहले कहा जा रहा था कि उनकी बेटी को टिकट दिया जा सकता है। वहीं, आजसू ने दो बार के विधायक रहे कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत को टिकट दिया है।