19 मिनट पहले
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जीवन में सुख-शांति चाहते हैं तो मन, वचन और कर्म में ईमानदार रहें। मन यानी हमारे विचार शुद्ध होने चाहिए। वचन यानी हमारी वाणी मीठी होनी चाहिए। कर्म यानी हम ऐसे काम न करें, जो अधार्मिक हों। इंसान की परख उसकी सुंदरता से नहीं, उसके गुणों से होती है, इसलिए मन, वचन और कर्म से सकारात्मक रहें।
यहां जानिए ऐसे ही कुछ और कोट्स…