मुजफ्फरनगर के PWD विभाग में तैनात जूनियर असिस्टेंट सचिन कुमार को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी सिविल लाइन थाना इलाके से हुई है, जहां एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उसे पकड़ लिया।
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दरअसल, पीड़ित सतेंद्र, जो एक रिटायर्ड सब-इंस्पेक्टर हैं, ने 12 नवंबर को NOC (No Objection Certificate) के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। यह NOC मंडप और रेस्टोरेंट के सामने चौड़ाई के लिए मांगी गई थी। सचिन कुमार ने NOC दिलाने के बदले 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी और बिना पैसे लिए काम करने से इनकार कर दिया था।
एंटी करप्शन ब्यूरो ने की कार्रवाई
पीड़ित सतेंद्र ने सोमवार को सहारनपुर पहुंचकर एंटी करप्शन ब्यूरो में इस मामले की शिकायत की। एंटी करप्शन टीम ने योजना बनाकर 500-500 रुपए के 20 हजार रुपए की रिश्वत देने की प्रक्रिया को अंजाम दिया। जैसे ही सचिन कुमार ने रिश्वत की रकम ली, एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
सिविल पुलिस के हवाले
प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सचिन कुमार को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी बाबू को सिविल लाइन थाना पुलिस के हवाले कर दिया।