पंजाब के मशहूर पंजाबी गायक गुरदास मान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। साल 2021 में गुरदास मान ने नकोदर स्थित दरगाह के गद्दीनशीन रहे लाडी साईं जी को श्री गुरु अमरदास जी महाराज के वंशज बताए जाने के मामले में सिख समुदाय ने एक एफआईआर दर्ज करव
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हरजिंदर सिंह उर्फ जिंदा नाम के उक्त व्यक्ति की हाईकोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुए सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किया है। नोटिस में जारी कर हाईकोर्ट ने 13 जून तक सभी पक्षों से जवाब मांगा है। याचिका कर्ता ने स्पष्ट किया है कि गुरदास मान ने लाडी साईं को श्री गुरु अमरदास जी का वंशज बताया, जिससे सिख समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुईं है।

सोशल मीडिया पर लाइव होकर मान ने माफी मांगी थी।
गुरदास मान ने उक्त टिप्पणी पर मांगी थी माफी
बता दें कि जब ये मामला ज्यादा गरमाया था तो गुरदास मान ने लाइव होकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर माफी मांगी थी। जिसमें गुरदास मान ने कहा था कि मुझे सिख संगत माफ कर दे। वह गुरु के अपमान के बारे में कभी सोच भी नहीं सकते। मैंने अपने गुरुओं से बहुत कुछ सीखा है, उनका अपनाम करना मेरी मंशा नहीं है, ना ही थी।
गुरदास मान ने कहा था कि संत का निंदक महा हत्यारा है। गुरु साहिबानों की किसी से तुलना नहीं हो सकती। मैं इस बात का जिक्र जरूर किया था कि श्री गुरु अमरदास जी महाराज भले परिवार में पैदा हुए थे और मेरे साईं जी भी नकोदर में भले परिवार में पैदा हुए थे। अगर मेरी बात से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं 100-100 बार माफी मांगता हूं।

साल 2021 में इन डेट्स पर बढ़ा था विवाद।
क्या था सारा मामला, पढ़ें
गुरदास मान ने साल 2021 में नकोदर डेरा बाबा मुराद शाह मेले में कहा था कि डेरे के गद्दीनशीन रहे लाडी शाह तीसरी पातशाही गुरु अमरदास जी के वंश थे। इसकी वीडियो सामने आई तो सिख संगठन भड़क उठे। थाने व एसएसपी ऑफिस में विरोध के बाद उन्होंने नेशनल हाईवे घेर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने मान पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का केस दर्ज कर दिया। गुरदास मान के पुतले भी जलाए गए थे। मगर मान ने एक वीडियो जारी कर संगत से माफी मांगी थी।