पंजाब यूनिवर्सिटी (पी.यू.) अब 2025 से फिजियोथेरेपी में एक नया कोर्स शुरू करने जा रही है। मेडिकल के क्षेत्र में फिजियोथेरेपी की बढ़ती मांग को देखते हुए यह कोर्स छात्रों के स्किल्स को बढ़ाने और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करने में मदद करेगा। पी.यू. मे
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मेडिकल के क्षेत्र में फिजियोथैरेपिस्ट की काफी ज्यादा मांग है। एक्सरसाइज के जरिए शरीर की विभिन्न समस्याओं का समाधान करने वाली इस विधा को सीखने के लिए छात्रों में भी रुचि बढ़ रही है। नए सत्र 2025 से शुरू होने वाले इस कोर्स के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है और छात्रों को इसमें नए अवसर प्रदान करने की उम्मीद है। फिजियोथेरेपी के अलावा, पी.यू. छात्रों को बी.ए. के साथ डाटा एनालिसिस में एम.बी.ए. करने का भी अवसर प्रदान करेगा।
इससे छात्र चार सालों में सिर्फ बी.ए. की ऑनर्स डिग्री प्राप्त करने तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि मैनेजमेंट के कई स्किल्स भी सीख सकेंगे। इससे छात्रों को अपनी शिक्षा के दौरान ही बेहतर रोजगार के अवसर मिल सकेंगे।
नए स्किल कोर्स और योजनाएं पी.यू. में नैनो टेक्नोलॉजी और साइंस से संबंधित कई नए स्किल कोर्स भी शुरू करने की योजना पर काम हो रहा है। संस्कृत विभाग भी नए कोर्स की तैयारी कर रहा है, जिसमें आर्मी के लिए धर्मगुरु के पद हेतु विशेष पढ़ाई करवाई जाएगी।
पी.यू. के रजिस्ट्रार प्रो. वाई.पी. वर्मा ने कहा कि छात्रों के लिए अकादमिक क्षेत्र में कई नए कोर्स लाने की तैयारी चल रही है, जो पूरी तरह से स्किल आधारित होंगे। इन कोर्सों के माध्यम से छात्र सिर्फ डिग्री हासिल नहीं करेंगे, बल्कि उन्हें रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
एन.ई.पी. 2020 के तहत स्किल आधारित कोर्स पी.यू. में हाल ही में लागू हुए एन.ई.पी. 2020 के तहत, छात्रों को चार साल के भीतर बी.ए. के साथ-साथ कई स्किल कोर्स करने का मौका मिलेगा। इसके बाद, एम.ए. की डिग्री भी एक साल में पूरी हो जाएगी, जिससे छात्र अपने करियर को जल्दी शुरू कर सकेंगे। ये सभी योजनाएं छात्रों के स्किल्स को बढ़ाने और उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर देने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगी।
पी.यू. प्रबंधन छात्रों की स्किल और रोजगार के प्रति प्रतिबद्ध है, और इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है। अगले सत्र से शुरू होने वाले ये नए कोर्स छात्रों को न सिर्फ शैक्षणिक रूप से समृद्ध करेंगे, बल्कि उन्हें अपने भविष्य के लिए एक ठोस मार्ग भी प्रदान करेंगे।