Punjab Ludhiana Shock to AAP Councilor Chatraveer Singh Join SAD News Update| Ludhiana Mayor Seat Politics Update | लुधियाना में मेयर चुनाव से पहले AAP को झटका: पार्षद चतरवीर की घर वापसी; SAD ने किया स्वागत, 6 दिन पहले छोड़ी थी पार्टी – Ludhiana News

आम आदमी पार्टी को छोड़ कर फिर शिअद में शामिल होते हुए पार्षद चतरवीर सिंह ।

पंजाब के लुधियाना में मेयर के चुनाव से पहले ही आम आदमी पार्टी को झटका लगा है। 6 दिन पहले आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हुए अकाली दल के पार्षद चतरवीर सिंह ने घर वापसी कर ली है। AAP में शामिल होने पर पार्षद चतरवीर सिंह उर्फ कमल अरोड़ा का मंत्री लालजीत

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आज फिर से चतरवीर सिंह ने अकाली दल में घर वापसी कर ली है। अकाली दल के पूर्व विधायक रणजीत सिंह ढिल्लों ने चतरवीर का पटका पहना कर स्वागत किया। चतरवीर ने वार्ड 20 से चुनाव जीता। जहां उन्होंने AAP के ही उम्मीदवार अंकुर गुलाटी को 415 वोटों से हराया था।

करीब 6 दिन पहले अकाली दल को छोड़ कर AAP में शामिल हुए थे पार्षद चतरवीर सिंह।

करीब 6 दिन पहले अकाली दल को छोड़ कर AAP में शामिल हुए थे पार्षद चतरवीर सिंह।

इसके बाद 22 दिसंबर को उनके खिलाफ संजय गांधी कॉलोनी में रहने वाले AAP के कार्यकर्ता राकेश कुमार ने किडनैपिंग और मारपीट का केस दर्ज कर दिया। इसके अगले ही दिन 23 दिसंबर को वह AAP में शामिल हो गए थे। चतरवीर के AAP में शामिल हो जाने के बाद AAP के कुल 44 पार्षद हो गए थे, लेकिन अब फिर से AAP के पास 43 पार्षद रह गए है।

वहीं अकाली दल के पूर्व विधायक रणजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि पार्षदों पर दबाव बनाकर उन्हें AAP में शामिल करवाया जा रहा है। लेकिन अकाली दल के वर्कर मजबूत है। वह AAP की किसी धक्केशाही से डरने वाले नहीं है।

अब पढ़िए वह मामला, जिसमें पार्षद पर FIR हुई…

पोलिंग बूथ पर हुआ था विवाद पुलिस को दी शिकायत में राकेश कुमार बताया था कि घटना 21 दिसंबर को नगर निगम चुनाव के दौरान हुई थी। वह सेक्टर-32 में BCM स्कूल के बाहर AAP बूथ पर तैनात थे। तभी कमल अरोड़ा और उनके साथी उनसे भिड़ गए। अरोड़ा ने अपने साथियों को उससे निपटने के लिए कहा।

राकेश कुमार ने बताया कि उन्हें हरविंदर सिंह नाम के व्यक्ति ने गुमराह किया, जिसने उन्हें सुरक्षा के लिए मतदान क्षेत्र छोड़ने के लिए राजी किया। फिर उसका अपहरण कर लिया गया। इसके बाद उसे भामियां रोड पर एक सुनसान इलाके में ले गया, जहां उसके साथ मारपीट की।

इस बीच आरोपियों में शामिल परमिंदर सिंह को अरोड़ा का फोन आया, जिसमें उसे छोड़कर न जाने के लिए कहा गया। शराब पीने के लिए मजबूर करने और बुरी तरह से पीटने के बाद गंभीर हालत में एक खाली प्लाट में छोड़ दिया। वहां से उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया।

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