पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक सुखपाल सिंह खैहरा को पंजाब के मुख्यमंत्री सरदार भगवंत मान के ओएसडी द्वारा भेजा गया मानहानि का नोटिस अभी तक खैहरा को नहीं मिला है। इसका दावा खुद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कपूरथला से विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने
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खैहरा ने कहा- उन्हें मीडिया के जरिए पता चला है कि स्थानीय अदालत ने उनके खिलाफ मानहानि का नोटिस जारी किया है। यह नोटिस मुख्यमंत्री के ओएसडी की शिकायत पर जारी किया गया है और 11 अगस्त को सुनवाई होगी। खैहरा ने कहा कि उन्हें अब तक यह नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है।
खैहरा बोले- भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाता रहूंगा
खैहरा ने कहा- “मैं यह बात रिकॉर्ड पर रखना चाहता हूं कि मैं मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा गृह मंत्री के तौर पर 144 टॉयोटा हाइलक्स गाड़ियों की गलत खरीद का मुद्दा उठाता रहूंगा। यह खरीद DGP पंजाब के नाम पर की गई है और यह भ्रष्टाचार सीधे-सीधे आम आदमी पार्टी के नेताओं से जुड़ा है। मैं इस मामले को इसके तार्किक निष्कर्ष तक लेकर जाऊंगा।”
खैहरा ने पंजाब के मुख्यधारा मीडिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस खबर को एकतरफा तरीके से चलाया गया और उनका पक्ष तक नहीं लिया गया। उन्होंने ऐसे मीडिया को “केजी मीडिया” बताते हुए कहा कि यह बिक चुका मीडिया है, जो आम आदमी पार्टी के पक्ष में काम कर रहा है।

विधायक खैहरा द्वारा शेयर की गई जानकारी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, हाल ही में पंजाब पुलिस ने सड़क सुरक्षा फोर्स के लिए 144 टॉयोटा हाइलक्स पिकअप ट्रक खरीदे थे। खैरा ने आरोप लगाया था कि इन गाड़ियों की थोक खरीद के बावजूद कंपनी से कोई डिस्काउंट नहीं लिया गया, जिससे सरकारी खजाने को करीब 15-20 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। उनका कहना है कि प्रति गाड़ी करीब 10 लाख रुपये तक का डिस्काउंट मिल सकता था।
इसी मुद्दे को लेकर खैरा लगातार सीएम भगवंत मान और आम आदमी पार्टी पर निशाना साध रहे हैं। खैहरा ने कहा कि वह इस मामले को अदालत और जनता दोनों के सामने उठाते रहेंगे, चाहे उनके खिलाफ मानहानि का केस ही क्यों न हो।