पंजाब के अमृतसर में छाए हल्के बादल।
पंजाब व चंडीगढ़ में शनिवार-रविवार दिन खुश्क रहने का अनुमान है। शुक्रवार का दिन भी खुश्क रहा, जिसके चलते पंजाब के औसतन तापमान में 5.9 डिग्री और चंडीगढ़ के तापमान में 4.6 डिग्री का उछाल देखने को मिला है।
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अगस्त महीने में 8 फीसदी अधिक बारिश हुई है, लेकिन सीजन में अभी भी 24 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा रही है। जिसका असर अगले साल के बिजली उत्पादन व सिंचाई पर पड़ सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार आज शनिवार पंजाब व चंडीगढ़ के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया। वहीं, बारिश के आसार भी ना के बराबर ही हैं। कुछ इलाकों में पाकेट रेन की संभावनाएं बन रही हैं।

पंजाब में बारिश का पूर्वानुमान।
2 को एक्टिव होगा मानसून
पंजाब व चंडीगढ़ में 2 सितंबर को मानसून एक्टिव होने के आसार बन रहे हैं। पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, नवांशहर व रूपनगर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि चंडीगढ़ व पंजाब के अन्य जिलों के लिए कोई अलर्ट नहीं है। लेकिन इस दिन चंडीगढ़ सहित अधिकतर जिलों में अच्छी बारिश की संभावनाएं जताई जा रही हैं। ये संभावनाएं 3 सितंबर को भी रहेंगी।

डैम का जलस्तर पूर्ण भराव से अभी दूर
पंजाब पर प्रभाव डालने वाले तीन डैमों का जलस्तर चिंता का विषय बना हुआ है। पंजाब व हिमाचल प्रदेश में 1 जून से 30 अगस्त तक क्रमश: 24 फीसदी व 22 फीसदी कम बारिश हुई है। जिसके चलते उत्तर भारत के तीन प्रमुख डैम भाखड़ा, पोंग व थीन डेम अपनी क्षमता के कोसो दूर हैं।
30 अगस्त 2024 सुबह 6 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार भाखड़ा का जल भराव अपनी क्षमता का 70.60, पोंग डेम का 63.57 और थीन डेम 49.3 फीसदी है। सतलुज नदी पर बने भाखड़ा डेम का जलस्तर 1638.35 फीट, ब्यास नदी पर पोंग डेम का भराव 1360.67 फीट और रावी नदी पर थीन डेम का भराव 1644.69 फीट है।
तीनों डैम अगर अपनी क्षमता के अनुसार ना भर पाए तो अगले साल बिजली उत्पादन के साथ-साथ सिंचाई के लिए पर्याप्त जल नहीं मिल पाएगा।
