Protest against loco pilot in railway | रेलवे में लोको पायलट का विरोध: 12-14 घंटे काम और सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के खिलाफ देशभर में 36 घंटे का उपवास – Dhanbad News


ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के आह्वान पर देश भर के लोको पायलट 15 सूत्री मांगों को लेकर 36 घंटे के उपवास पर बैठ गए हैं। धनबाद रेल मंडल में डीआरएम कार्यालय के सामने उपवास शुरू हुआ है।

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संगठन के मंडल सचिव पंकज कुमार ने बताया कि लोको पायलटों से 12 से 14 घंटे काम लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि काम के घंटे निर्धारित नहीं हैं। असिस्टेंट लोको पायलट से जबरन हैंड ब्रेक कसवाया जाता है, जो रेलवे की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है।

प्रमुख मांगों में साप्ताहिक विश्राम 16+30 घंटे करना और साइन ऑन से साइन ऑफ तक 9 घंटे की ड्यूटी लागू करना शामिल है। दो लगातार नाइट ड्यूटी के बाद तुरंत ड्यूटी देने का भी विरोध किया जा रहा है।

सातवें वेतनमान में डीए में 50 प्रतिशत वृद्धि पर कर्मियों के टीए में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी का प्रावधान था। लेकिन यह बढ़ोतरी अभी तक नहीं की गई है।

उपवास सुबह 8 बजे से शुरू हुआ। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात लोको पायलट काम करेंगे, लेकिन भूखे पेट रहकर सरकार के प्रति विरोध जताएंगे। अन्य मांगों में लोको में FSD सहित सभी टूल्स लगाने और स्टेशन में ALP/TM से गाड़ियों का हैंड ब्रेक बांधने का आदेश रद्द करने की मांग शामिल है।

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