नाटक प्रीत की ऐसी रीत का मंचन रवींद्र मंच मिनी थियेटर में हुआ।
प्रीत प्यार की कोई शर्त कोई कंडीशन नही होती। ये अजनबी से बीच भी हो सकती है। दूसरा प्यार में जरूरी नहीं मिलन ही हो, ये बिछोह में भी उतना ही गहरा हो सकता है, जितना मिलन में। इसी विचार को दर्शाते नाटक प्रीत की ऐसी रीत का मंचन रवींद्र मंच मिनी थियेटर में
.
रवींद्र मंच सोसायटी एवं कला संस्कृति विभाग राजस्थान सरकार की टैगोर थियेटर योजन के अंतर्गत इस नाटक का मंचन हुआ।
वहीं दूसरी कहानी में नायक यमदूत के पुनर्जन्म का प्रस्ताव इसलिए ठुकरा देता है कि वो अपनी प्रेमिका की सच्ची सहारे ही रहना चाहता है क्योंकि उसकी प्रेमिका भी उसकी यादों के सहारे ही रह रही है। वो कहता कि यादें बाहत सशक्त होती हैं और सच्ची यादों के सहारे तो इंसान एक नहीं अनेक जिंदगियां गुज़र सकता है। नाटक में विशाल भट्ट, अभिषेक झांकल एवं डॉ सौरभ भट्ट ने अभिनय किया। मंच पार्श्व में प्रकाश शहजोर अली, संगीत महमूद अली एवं मंच सज्जा आसिफ शेर अली की रही ।झिलमिल भट्ट ने पार्श्व गायन में सहयोग दिया ।