बीजेपी का राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर महाराष्ट्र चुनाव में पैसे बांटने का गंभीर आरोप लगा है। विनोद तावड़े बिहार और झारखंड के बीजेपी के प्रभारी हैं। पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव है। पैसे बांटने के आरोप के बाद बिहार में विपक्ष तावड़े पर कार्रवाई
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इस बीच बीजेपी ने साफ किया है कि विनोद तावड़े के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले तावड़े पर किसी प्रकार की कार्रवाई करने से बीजेपी बच रही है।
इस रिपोर्ट में पढ़िए विनोद तावड़े को लेकर विपक्ष बीजेपी को कैसे घेर रही है। वहीं, बीजेपी का इस पूरे प्रकरण पर क्या कहना है। पार्टी किस तरह से तावड़े को बचा रही है। विपक्ष को क्या जवाब दे रही है।

कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने बीजेपी पर निशाना साधा।
विपक्ष के कोई नेता ऐसा करते तो बीजेपी बवाल मचा देती
कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने कहा कि ‘भाजपा के बड़े नेता विनोद तावड़े चुनाव से कुछ घंटे पहले लोगों को पैसा देते हुए पकड़े गए थे। लेकिन, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। गिरफ्तारी भी नहीं हुई है। उनसे किसी तरीके की पूछताछ नहीं की गई।
हमारा संविधान कहता है कि पीपल रिप्रेजेंटेशन एक्ट के तहत सेक्शन 123 के अंदर उन पर तुरंत कार्रवाई और गिरफ्तारी होनी चाहिए। अगर यही काम किसी विपक्ष के नेता ने किया होता तो अब तक बीजेपी के लोग हल्ला बोल मचाए होते। जल्द से जल्द चुनाव आयुक्त को भी इस पर संज्ञान लेना चाहिए।’
सरकार की ओर से बचाने का प्रयास किया गया
राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि विनोद तावड़े का लोगों के बीच नोट बांटने का वीडियो वायरल हुआ है। इसको पूरे देश में देखा गया। लेकिन, अफसोस की बात है कि चुनाव आयोग, ईडी और सीबीआई अब तक नहीं देख पाई है। अगर देखी होती तो वो सलाखों के पीछे होते। सरकार की ओर से उनको बचाने का प्रयास किया गया है। चुनाव आयोग ने जो फिर दर्ज किया है। उसमें भी उन बातों की चर्चा नहीं है। भाजपा जो राजनीति कर रही है, उसका पोल खुल चुका है। जब वोट से बीजेपी चुनाव हार रही है तो नोट का सहारा ले रही है।

राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने बीजेपी पर निशाना साधा है।
विनोद तावड़े ने खुद क्या जवाब दिया था
विनोट तावड़े ने अपने ऊपर आरोप लगने के बाद कहा था कि ‘नालासोपारा विधानसभा चुनाव क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक चल रही थी। वहां पर चुनाव के दिन की जो आचार संहिता होती है कि वोटिंग मशीन पर सील कैसे लग रहा है, सील आखिरी में कैसे हो रहा है, ऐसे तमाम जो बातें होती है। वह बताने के लिए मैं वहां पहुंचा था। सामने वाली पार्टी के हमारे मित्रों को लगा कि मैं पैसे बांट रहा हूं।
चुनाव आयोग स्कीम इंक्वारी कर ले, पुलिस इंक्वारी कर ले या सीसीटीवी फुटेज निकाले। वास्तविकता क्या है, वह सामने आ जाएगी। 40 साल से पार्टी में हूं। मुझे सब जानते हैं पार्टी के लोग भी जानते हैं। लेकिन, फिर भी चुनाव आयोग को निष्पक्ष इंक्वारी करनी चाहिए, ऐसा मेरा भी मानना है।’
जानिए क्या है पूरा मामला
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की वोटिंग से एक दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) ने आरोप लगाया है। विवाद तब शुरू हुआ जब BVA अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर और उनके बेटे क्षितिज मंगलवार 19 नवंबर विरार के होटल पहुंचे। यहां तावड़े नालासोपारा से भाजपा कैंडिडेट राजन नाइक और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग कर रहे थे।
बहुजन विकास अघाड़ी (BVA) ने आरोप लगाया कि तावड़े 5 करोड़ रुपए लेकर होटल पहुंचे थे और यहां वोटर्स को पैसे बांटे जा रहे थे। होटल में भाजपा और BVA कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई। होटल में हुए हंगामे के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं। वीडियो में कुछ लोग हाथों में नोट लिए दिखाई दे रहे हैं। एक युवक डायरी लिए हुए है। आरोप है कि इसी डायरी में पैसों का लेखा-जोखा है।
2 FIR दर्ज
विपक्ष के आरोप के बाद चुनाव आयोग ने विनोद तावड़े और नालासोपारा से भाजपा कैंडिडेट राजन नाइक के खिलाफ 2 FIR दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया, पहली FIR चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन के मामले में की गई है। आरोप है कि तावड़े और अन्य होटल में इकट्ठा हुए। दूसरी FIR में मतदाताओं को नकदी और शराब की पेशकश कर उन्हें लुभाने का आरोप है।
जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग के अफसरों ने तावड़े के कमरे से 9 लाख रुपए और कागजात बरामद किए। इसका वीडियो सामने आया है। हालांकि चुनाव आयोग ने सिर्फ इतना कहा है कि कुछ सीज किया गया है।