जैद से पूछताछ के बाद पुलिस उसे कोर्ट में पेश करेगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र नेता जैद शेरवानी को पुलिस बुधवार को न्यायालय के सामने पेश करेगी। जैद को पुलिस ने सोमवार देर रात को शमशाद मार्केट में भमोला के पास से गिरफ्तार किया था। आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
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लगातार न्यायालय में गैर हाजिर रहने के कारण कोर्ट ने आरोपी के खिलाफ एलबीडब्ल्यू भी जारी कर दिए थे। जिसके बाद पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी और सोमवार को उसे दबोच लिया था। छात्रनेता की गिरफ्तारी के बाद यूनिवर्सिटी में छात्र एकत्रित होने शुरू हो गए थे, लेकिन पुलिस ने प्रॉक्टर की सहायता से छात्रों को शांत करा दिया था।
2022 में दर्ज हुआ था मुकदमा
एएमयू का छात्र नेता जैद शेरवारी शुरू से ही विवादों में रहा है। 2018 में पहली बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था और उसे 6 महीने के लिए जिला बदर भी किया गया था। पुलिस ने उसे 2022 के एक मामलें गिरफ्तार किया है। हत्या के प्रयास के एक मुकदमें में जैद नामजद है और उस पर हत्या की साजिश रचने का आरोप है।
एएमयू में 6 अगस्त 2022 को गोलीकांड हुआ था। जिसमें कई छात्र घायल हो गए थे। जिसके बाद एसजेड हॉल के छात्र फरहान अली ने तहरीद देते हुए 7 आरोपियों को नामजद किया था। इसमें मयंक, सकलैन, अनस, सलमान, रितिक काला और जैद शेरवानी को नामजद किया गया था। हमले के समय जैद मौके पर मौजूद नहीं था, लेकिन जैद पर साजिश रचने के आरोप हैं।
सिर्फ सिविल लाइंस थाने में हैं 11 मुकदमें
जैद शेरवारी पर पिछले 5-6 सालों में कई नामजदम मुकदमें दर्ज हुए हैं। सिर्फ सिविल लाइंस थाने की ही बात करें तो उसके खिलाफ अब 11 नामजद मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि जैद कई मामलों में नामजद है और लंबे समय से फरार चल रहा था। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
एसपी सिटी मृगांग शेखर पाठक ने बताया कि जैद शेरवानी को कोर्ट के आदेश के बाद गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ के बाद कानूनी कार्रवाई करते हुए न्यायालय के आदेश की अनुपालना में उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि छात्रनेता कई मामलों में नामजद है और सिविल लाइंस थाने में ही उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में कई नामजद मुकदमें दर्ज हैं।