Police arrested the ousted president of South Korea | साउथ कोरिया के पद से हटाए गए राष्ट्रपति गिरफ्तार: पुलिस सीढ़ी लगाकर घर में घुसी; पिछले महीने इमरजेंसी लगाई थी, संसद ने फैसला पलटा


सियोल5 मिनट पहले

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योल ने 3 दिसंबर को देश में इमरजेंसी लगाई थी। - Dainik Bhaskar

योल ने 3 दिसंबर को देश में इमरजेंसी लगाई थी।

साउथ कोरिया में पद से हटाए गए राष्ट्रपति यून सुक-योल को पुलिस ने बुधवार को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया है। योल पर 3 दिसंबर 2024 को देश में मार्शल लॉ लागू करने के लिए आपराधिक जांच चल रही है।

मार्शल लॉ (इमरजेंसी) के फैसले को देश की संसद ने 3 घंटे बाद ही पलट दिया था। इसके बाद 14 दिसंबर को संसद में योल के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाकर उन्हें पद से हटा दिया गया था। महाभियोग पर 14 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी थी, जिसके लिए योल को कोर्ट में पेश होना था।

योल कल कोर्ट में पेश नहीं हुए। इसके बाद उनके खिलाफ आज सुबह गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया। उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस को मौके पर भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक गिरफ्तारी के लिए 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।

योल को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार जांच कार्यालय के सामने पेश करने के लिए ले जाया गया है। इस मामले में उनके खिलाफ पहला वारंट जारी किया गया था।

योल को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार जांच कार्यालय के सामने पेश करने के लिए ले जाया गया है। इस मामले में उनके खिलाफ पहला वारंट जारी किया गया था।

योल के घर के बाहर बड़ी तादाद में पुलिस को तैनात किया गया था।

योल के घर के बाहर बड़ी तादाद में पुलिस को तैनात किया गया था।

योल की गिरफ्तारी के विरोध में उनके घर के बाहर सैकड़ों प्रदर्शनकारी मौजूद हैं।

योल की गिरफ्तारी के विरोध में उनके घर के बाहर सैकड़ों प्रदर्शनकारी मौजूद हैं।

सीढ़ी लगाकर घर में घुसी पुलिस

न्यूज एजेंसी योनहाप की रिपोर्ट के मुताबिक योल की सुरक्षा में लगे गार्ड्स ने पुलिस को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की थी। योल समर्थक बड़ी संख्या में राष्ट्रपति आवास के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने सीढ़ी का इस्तेमाल कर योल के घर में दाखिल हुई।

कोर्ट में पेश नहीं होने की वजह से कल से ही योल की गिरफ्तारी की आशंका जताई जा रही थी। रात से ही योल समर्थक प्रदर्शनकारी उनके घर के बाहर इकट्ठा होना शुरू हो गए थे। पुलिस को सत्ताधारी पार्टी के सांसदों और योल के वकीलों ने भी रोकने की कोशिश की थी।

इससे पहले 3 जनवरी को पुलिस ने भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में गिरफ्तार करने की कोशिश की थी। हालांकि, तब पुलिस को राष्ट्रपति के 200 गार्ड्स ने गेट पर ही रोक दिया था। योल के घर के बाहर हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी पहुंचे थे। करीब 6 घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस को खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा था।

योल के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई थी।

योल के समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई थी।

राष्ट्रपति योल को इमजरेंसी लगाने की जरूरत क्यों पड़ी थी?

साउथ कोरिया की संसद में कुल 300 सीटें हैं। इस साल की शुरुआत में हुए चुनाव में जनता ने विपक्षी पार्टी DPK को भारी जनादेश दिया था। सत्ताधारी पीपुल पावर को सिर्फ 108 सीटें मिलीं, जबकि विपक्षी पार्टी DPK को 170 सीटें मिलीं। बहुमत में होने की वजह से विपक्षी DPK, राष्ट्रपति सरकार के कामकाज में ज्यादा दखल दे रही थी और वे अपने एजेंडे के मुताबिक काम नहीं कर पा रहे थे।

राष्ट्रपति योल ने 2022 में मामूली अंतर से चुनाव जीता था। इसके बाद से उनकी लोकप्रियता घटती चली गई। उनकी पत्नी के कई विवादों में फंसने की वजह से भी उनकी इमेज पर असर पड़ा। फिलहाल राष्ट्रपति की लोकप्रियता 17% के करीब है, जो कि देश के तमाम राष्ट्रपतियों में सबसे कम है।

इन सबसे निपटने के लिए राष्ट्रपति ने मार्शल लॉ लगा दिया। उन्होंने DPK पर उत्तर कोरिया के साथ सहानुभूति रखने और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया।

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