People Unhappy with Puri Corridor and Temples renovation Project in Odisha | पुरी कॉरिडोर-मंदिरों के रेनोवेशन को लेकर लोगों में नाराजगी: पटनायक सरकार ने सदियों पुराने मठ व घर ध्वस्त किए, असल मुद्दे नजरअंदाज हो गए

  • Hindi News
  • National
  • People Unhappy With Puri Corridor And Temples Renovation Project In Odisha

भुवनेश्वर/पुरी11 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
पुरी के लोग स्वीकार करते हैं कि लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विस्तार की सख्त जरूरत है, लेकिन सभी खुश नहीं हैं। - Dainik Bhaskar

पुरी के लोग स्वीकार करते हैं कि लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विस्तार की सख्त जरूरत है, लेकिन सभी खुश नहीं हैं।

इस साल 17 जनवरी को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पुरी में हेरिटेज कॉरिडोर का उद्घाटन किया। ये उद्घाटन राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले हुआ। शहर के बुनियादी ढांचे को भी नया रूप मिला। प्रोजेक्ट पर 4,500 करोड़ की लागत आई।

बीजद सरकार ने अपने पांचवें कार्यकाल में, राज्य भर में प्रमुख मंदिरों का नवीनीकरण किया है। राजनीतिक विश्लेषकों का दावा है कि यह कदम भाजपा के ‘राम मंदिर’ का जवाब है। सरकार ने अब तक नवीन ओडिशा योजना के तहत जगन्नाथ संस्कृति के संरक्षण और पूजा स्थलों के पास सुविधाओं के विकास के लिए 3,709 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं।

इस योजना के तहत राज्य के मंदिर और उनके आसपास का इलाका तो सुंदर और सुविधाओं से लैस हो रहा है, लेकिन इस योजना को लेकर बड़ी संख्या में राज्य के लोगों में नाराजगी है। पुरी के लोग स्वीकार करते हैं कि लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विस्तार की सख्त जरूरत है, लेकिन सभी खुश नहीं हैं।

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 17 जनवरी को जगन्नाथ मंदिर के गजपति दिव्यसिंह देव के साथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया।

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 17 जनवरी को जगन्नाथ मंदिर के गजपति दिव्यसिंह देव के साथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया।

मंदिरों के गलियारों में दुकानें चलाने वाले पटनायक सरकार से नाराज
पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर के सामने सड़क पर अस्थायी दुकान चलाने वालीं तिलोत्तमा बेहरा भी सरकार से नाराज हैं। कॉरिडोर बनाने में उनकी दुकान हटा दी गई। वे हेरिटेज कॉरिडोर प्रोजेक्ट के चलते छोटे कारोबारियों को विस्थापित करने के लिए बीजद सरकार को दोषी ठहराती हैं।

पुरी कॉरिडोर के बाद नवीन पटनायक ने संबलपुर में 200 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्निर्मित समलेश्वरी मंदिर का उद्घाटन किया था। मंदिर के गलियारे से 100 मीटर की दूरी पर 70 साल से बर्तन की दुकान चलाने वाले बलराम कहते हैं,”मैंने प्रोजेक्ट के लिए 2 दुकानें छोड़ दीं, मुआवजे का इंतजार कर रहा हूं।

मठों की संस्कृति के लिए भी जाना जाता है पुरी: सामाजिक कार्यकर्ता
सामाजिक कार्यकर्ता श्यामप्रकाश सेनापति कहते हैं कि पुरी को मठों की संस्कृति के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने अन्य स्थानीय मुद्दों पर भी प्रकाश डाला, जिन्हें बीजद सरकार ने नजरअंदाज कर दिया था और चुनाव के नतीजों पर इसका असर जरूर पड़ेगा। सरकार ने इस महात्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत सदियों पुराने घरों और मठों को भी ध्वस्त कर दिया।

पुरी लोकसभा सीट 1998 से BJD के पास
फरवरी में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पुरी में बहुप्रतीक्षित ओवरब्रिज की आधारशिला रखी। यह भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी संबित पात्रा द्वारा किए गए चुनावी वादों में से एक है, जो 2019 में बीजद के पिनाकी मिश्रा से 11,714 वोटों से हारने के बाद यहां फोकस्ड हैं। पुरी 1998 से बीजद के पास है। 2019 में बीजद पुरी समेत 7 विधानसभा सीटों में से दो भाजपा से हार गई। इस बार बीजद ने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर अरूप पटनायक को मैदान में उतारा है।

ये खबर भी पढ़ें…

जगन्नाथ मंदिर हेरिटेज कॉरिडोर का उद्घाटन हुआ:सूर्य पूजा-हवन के साथ अनुष्ठान किया गया; 800 करोड़ रुपए में बना गलियारा

देश के चार धामों में से एक 12वीं सदी में बने ओडिशा के पुरी जगन्नाथ मंदिर हेरिटेज कॉरिडोर (श्रीमंदिर परियोजना) का काम पूरा हो चुका है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 17 जनवरी को मंदिर के गजपति दिव्यसिंह देव के साथ इस कॉरिडोर का उद्घाटन किया।

प्रोजेक्ट के तहत मंदिर से लगे बाहरी दीवार (मेघनाद पचेरी) के चारों तरफ 75 मीटर चौड़ा गलियारा बनाया गया है। मंदिर के चारों ओर 2 किलोमीटर में श्रीमंदिर परिक्रमा पथ का निर्माण किया गया है। यहां से श्रद्धालु मंदिर का सीधे दर्शन कर सकेंगे। पूरी खबर यहां पढ़ें…

खबरें और भी हैं…

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *