अनंत चतुर्दशी चल समारोह में पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी के बावजूद खामियां नजर आईं। बड़ी खामी यातायात विभाग की रही, जिसने झांकी देखने आने वाले लोगों के लिए पार्किंग प्लान नहीं बनाया। इसी वजह से एमवायएच से शव लेकर निकली एंबुलेंस रिवर साइड रोड पर फंस गई
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चल समारोह को देखते हुए पुलिस ने झांकी मार्ग से 300 मीटर दूर तक बैरिकेड्स लगाए थे, फिर भी सैकड़ों वाहन प्रतिबंधित क्षेत्रों में घुस आए। लोग उसी हिसाब से वाहन पार्क करते। जैसे संजय सेतु से लेकर कोठारी मार्केट तक के हिस्से में नो एंट्री थी, फिर भी कई कारें घुस आईं।
ऐसा ही जवाहर मार्ग से सटे हिस्सों में हुआ। रानीपुरा-खातीपुरा में एक मंदिर के ओटले पर लावारिस बच्चा सोता मिला। लोगों ने तैनात महिला थाने की टीआई कौशल्या चौहान को सूचना दी। बच्चे के परिजन नहीं मिले, इसलिए सिपाही से बच्चे को थाने ले जाने को कहा तो उसने मना कर दिया गया। महिला पुलिस ने मशक्कत बाद बच्चे के एक परिचित को खोजा और उनके हवाले किया।
जवाहर मार्ग से एंबुलेंस को भीड़ में भेजा
रात 1 बजे कंडीलपुरा में रहने वाले एक युवक की मौत हो गई थी। एंबुलेंस चालक और मृतक के परिवार की महिला शव लेकर निकलीं तो जवाहर मार्ग स्थित संजय सेतु पहुंच गए। यहां से पुलिसकर्मियों उन्हें रिवर साइड भेज दिया। इससे वे जाम में बुरी तरह फंस गए। इसके बाद लोगों ने रास्ता बनाकर एंबुलेंस को निकाला और कंडीलपुरा जाने का दूसरा रास्ता भी बताया। जेल रोड, कृष्णपुरा, राजबाड़ा सहित चार-पांच अन्य जगहों पर मारपीट के वीडियो भी वायरल हुए, लेकिन वहां तक पुलिस पहुंची ही नहीं।
दावा किया था नशा रोकेंगे, ब्रीथ एनालाइजर नहीं दिखे प्रशासन दावा था कि नशा करके झांकी देखने आने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भी कई लोग नशा कर वहां आए। पुलिस के साथ एक भी ब्रीथ एनालाइजर नहीं दिखा जससे नशा चेक किया जा सके। इसके अलावा महिलाओं के लिए व्यवस्था नहीं थी। छेड़छाड़ की कुछ घटनाएं सामने आईं। पीने के पानी के लिए लोग परेशान होते रहे।