पटियाला में जेल के बाहर बैठे कांग्रेसी और अन्य लोग।
पटियाला में नवजोत सिंह सिद्धू के पूर्व पीए रहे मालविंदर सिंह माली की रिहाई को लेकर केंद्रीय जेल के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता, बुद्धिजीवी व किसान नेता इकट्ठे हुए और नारेबाजी कर धरना दिया। पूर्व स्टूडेंट लीडर व सियासी समीक्षक मालविंदर माली के
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यह शिकायत अमित नामक व्यक्ति की शिकायत पर दर्ज हुआ था। मौजूदा कांग्रेसी एमएलए सुखपाल खैहरा ने कहा कि जब पुलिस ने कोई रिकवरी नहीं करनी थी तो ज्यूडीशियल कस्टडी क्यों हुई। पुलिस ने सात साल से कम वाली सजा के मामले में बिना नोटिस गिरफ्तारी की है, जो आप सरकार की तानाशाही का सबूत देती है। दिल्ली की सीएम आतिशी ने हाल ही केजरीवाल की तुलना हिंदू देवता से कर दी, तो उनपर भी केस दर्ज होना चाहिए।
जेल के बाहर बैठकर नारेबाजी करते लोग।
डाक्टर प्यारे लाल गर्ग के आह्वान पर एकत्र हुए सभी
सियासी माहिर व वक्ता डा. प्यारे लाल गर्ग ने मालविंदर सिंह माली की रिहाई को लेकर सभी लोगों को केंद्रीय जेल के बाहर इकट्ठा होने का आह्वान दिया था। जिसके बाद माली के भाई रणजीत सिंह ग्रेवाल, कांग्रेसी एमपी डा. धर्मवीर गांधी, रणजीत सिंह कुकी, किसान नेता डा, दर्शन पाल, बलराज जोशी बीकेयू उगराहां, गुलजार सिंह, मोहन सिंह भेडपुरा, प्रिंसिपल सुच्चा सिंह, हरिंदरपाल सिंह टोहड़ा, सुखजीत कौर लचकानी, संदीप पाठक प्रधान हिंदू महां गठबंधन, सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल भाजपा नेता, रछपाल सिंह जौड़ा, किरनजीत सिंह सेखों प्रधान आल इंडिया किसान फेडरेशन, विधु शेखर भारद्वाज सहित अन्य नेता मौजूद रहे। मालविंदर माली के भाई रणजीत सिंह ने कहा कि उनके भाई जमानत हासिल करने के लिए अदालत में कोई एप्लीकेशन नहीं देंगे।