Panchkula Rahul Gandhi sanvidgan samman sammelan BJP-RSS | पंचकूला में बोले राहुल गांधी: यह कैसा भारत हम बना रहे, वर्तमान स्थिति की तुलना राजा-महाराजाओं से, लड़ाई हार रही BJP-RSS – Panchkula News


पंचकूला में संविधान सम्मान सम्मेलन में मंचासीन राहुल गांधी और अन्य नेता।

बुधवार को कांग्रेस की ओर से पंचकूला में संविधान सम्मान सम्मेलन का आयोजन किया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए। इस दौरान राहुल गांधी ने देश की वर्तमान स्थिति और भविष्य के बारे में अपने विचार साझा किए।

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राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा कि आज देश की 90% आबादी को भागीदारी नहीं मिल रही है। उन्होंने सवाल उठाया, यह कैसा भारत हम बना रहे हैं ? राहुल गांधी ने वर्तमान स्थिति की तुलना राजा-महाराजाओं के समय से की, जब सत्ता का दारोमदार केवल एक या दो लोगों के हाथ में होता था। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी ऐसे लोगों से लड़ाई लड़ी थी।

राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) पर निशाना साधते हुए कहा कि वे यह मानते हैं कि उन्होंने अपनी लड़ाई जीत ली है, लेकिन असल में वे लड़ाई हार रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे देश को जितना पीछे ले जाएंगे, हम उससे कई गुना आगे ले जाने का काम करेंगे।

कराई जाएगी जातीय जनगणना

उन्होंने कहा कि आज देश की 90% आबादी कहती है कि भागीदारी के सारे रास्ते बंद हो गए हैं। राहुल गांधी ने संविधान में लिखी सभी वर्गों की भूमिका का जिक्र करते हुए कहा कि चिकित्सा, शिक्षा, आर्थिक क्षेत्र और न्यायपालिका में सभी को भागीदारी मिलनी चाहिए। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार आते ही देश में जातीय जनगणना करवाई जाएगी। जिससे OBC, दलित, ST और गरीब सामान्य वर्ग की वास्तविक संख्या का पता चलेगा।

राहुल गांधी ने जोर देते हुए कहा कि देश का पैसा दलित, पिछड़ा और गरीब वर्ग के पास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना से देश की प्रगति की वास्तविकता का पता चलेगा। आज देश का 40% धन मात्र एक प्रतिशत आबादी के पास है, यह कौन सी तरक्की हो रही है?

राहुल गांधी ने कहा कि, भाजपा सरकार में दलितों और पिछड़ों को इज्जत मिलने की बात कही जाती है, लेकिन कांग्रेस सत्ता में आई तो गरीबों और पिछड़ों को सत्ता में भागीदारी मिलेगी और भागीदारी मिलते ही इज्जत भी अपने आप मिल जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा संविधान को बदलने की बात करती है, जबकि संविधान के मूल सिद्धांत गुरु नानक देव, ज्योतिबा फुले, भीमराव अंबेडकर जैसे महापुरुषों द्वारा दिए गए हैं।

संविधान को बचाने की लड़ाई हजारों साल पुरानी

संविधान को बचाने की लड़ाई हजारों साल पुरानी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने अपने भाषण के अंत में कहा कि मेरा काम दलितों की भावनाओं और दर्द को समझकर उनके साथ मिलकर लड़ाई लड़ने का है। हम एक इंटरेस्टिंग समय की शुरुआत कर रहे हैं। यह बीजेपी के अंत की शुरुआत है। हमारा काम अगले 10-20 साल के लिए भारत के ऐसे विजन को तैयार करना है, जिसमें 90% वर्गों को भागीदारी मिले।

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