पंचकूला के एमडीसी सेक्टर-6 में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला रोमा भल्ला को साइबर अपराधियों ने ड्रग्स और मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे केस का डर दिखाकर 16 लाख रुपए की ठगी का शिकार बना दिया। बुजुर्ग महिला को विदेश से कुछ अज्ञात नंबरों से कॉल की गई।
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ठगों ने खुद को अंतरराष्ट्रीय एजेंसी का अधिकारी बताते हुए महिला को डराया कि उनके नाम से ईरान में ड्रग्स और नकली पासपोर्ट भेजने के आरोप हैं। इसके बाद एक व्यक्ति ने मुंबई पुलिस का अधिकारी बनकर महिला से संपर्क किया और बताया कि उनके बैंक खाते से संदिग्ध ट्रांजैक्शन हुए हैं, जिससे वह अब “डिजिटल गिरफ्तारी” में हैं और अपने कमरे से बाहर नहीं जा सकतीं।
मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे केस का भय दिखाया
ठगों ने महिला को यकीन दिलाया कि मनी लॉन्ड्रिंग के इस फर्जी केस की जांच के लिए उनके खाते से रकम ट्रांसफर की जाएगी और इसे दो दिनों में वापस कर दिया जाएगा। आरोपी ने बताया कि पैसे आरबीआई के खाते में भेजे जा रहे हैं, जिससे महिला को विश्वास दिलाया कि यह एक आधिकारिक कार्रवाई है। डर और दबाव में आकर महिला ने अपने खाते से ठगों द्वारा बताए गए विभिन्न खातों में 16 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
सभी कॉल डिटेल्स की गई डिलीट
ठगों ने व्हाट्सऐप और टेलीग्राम के जरिए महिला से संपर्क कर उन्हें लगातार डराते रहे। एक व्यक्ति ने डीसीपी मुंबई बनकर भी उनसे बात की, ताकि वह उनके झांसे में आ सकें। ठगी के बाद, अपराधियों ने सभी चैटिंग और कॉलिंग डिटेल्स को डिलीट कर दिया, जिससे महिला को ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
हरियाणा पुलिस के अनुसार, साइबर ठगों के खिलाफ कड़े कदम उठाने के बावजूद लोग इनके शिकार हो रहे हैं। पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने और ऐसी किसी भी कॉल या मैसेज को सत्यापित करने की अपील की है।