‘यह मकान बिकाऊ है, मुस्लिम प्रताड़ना से परेशान हूं।’
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इंदौर शहर के रावजी बाजार में 17 नवंबर को अपने मकान के दरवाजे पर यह मैसेज राजेश कलमोईया ने लिखा था। पुलिस ने उन्हें धमकाने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। तीन दिन पहले आरोपी छूटकर बाहर आ गए हैं।
राजेश के मुताबिक, ‘आरोपियों के बाहर आ जाने से वे और उनकी पत्नी डरे हुए हैं। पुलिस ने रासुका लगाने की बात कही थी, हमें भरोसा दिलाया था, लेकिन अब तो गली में आना तक बंद कर दिया है। लोग हमें घूरकर देखते हैं। आरोपियों से धमकियां मिल रही हैं, हमें इन्हें घर बेचना ही पड़ेगा या फिर हो सकता है कि हम दोनों को आत्महत्या करना पड़े।’
राजेश के आरोप पर दैनिक भास्कर ने रावजी बाजार टीआई आमोद राठौर से बात की, उन्होंने कहा-
एक दिन छोड़कर इलाके में पैदल गश्त करता हूं। राजेश वहीं दुकान लगा रहा है। किसी तरह का डर नहीं है। अभी उसने किसी तरह की शिकायत नहीं की है।

क्या है मामला? राजेश कलमोईया रावजी बाजार इलाके में प्रकाश के बगीचे कॉलोनी में रहते हैं। बजरंग दल के कार्यकर्ता 17 नवंबर को उनके घर पहुंचे। पुलिस को भी मौके पर बुलाया। राजू ने पुलिस को बताया कि आरोपी पुराने केस में राजीनामे के लिए धमका रहे हैं। आरोपियों ने उनके घर पर सुतली बम और कीलें तक फेंकी। पुलिस ने जांच के बाद 9 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

17 नवंबर को राजेश ने मकान के दरवाजे पर इस तरह का मैसेज लिखा था।
पुराना विवाद क्या? राजेश घर के पास ही अंडे का ठेला लगाते हैं। 17 अक्टूबर को मोहल्ले में पाइपलाइन का काम किया जा रहा था। सामने रहना वाला शादाब शानू उन्हें घूरकर देख रहा था। इस बात पर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। शादाब ने राजेश को धमकाया और गालियां दी। राजेश ने एससी/एसटी एक्ट में केस कराया। इसी केस में राजीनामे के लिए दबाव डाला जा रहा है।

घटना की जानकारी मिलने पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मकान पहुंचकर हंगामा किया था।
आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के राजेश का कहना है, ‘जितने भी आरोपी हैं, सब आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। मादक पदार्थ बेचने वाले हैं। मेरे मकान की कीमत 30 से 40 लाख रुपए है। आरोपी 8 से 10 लाख रुपए में बेचकर चले जाने के लिए धमका रहे हैं। सालभर से मकान के लिए पीछे पड़े हैं।
मोहल्ले में 350 मकान हैं। 4 से 6 हिंदू परिवारों के मकान हैं। मेरी पैदाइश यहीं की है। इंदौर विकास प्राधिकरण ने कॉलोनी काटी थी। आरोपियों ने कई मकानों पर कब्जे किए हुए हैं। सरकारी जमीन पर मकान तान रखे हैं। जहां रह रहे हैं, वहां भी कब्जे किए हुए हैं।’

पार्षद से भी बात की, मदद नहीं मिली राजेश का आरोप है, ‘जहां दुकान लगाता हूं, वहां आरेापी गाड़ी खड़ी कर देते हैं। इन लोगों ने नफरत फैला दी है। दुश्मनों की तरह देखते हैं। गोलू शुक्ला मेरी विधानसभा से विधायक हैं। उनके पास इतना समय नहीं है कि वे गरीब के घर आकर खैर-खबर लें। पार्षद भावना हैं। उनसे भी घर में बैठकर बात कर ली। यहां तक की बलाई समाज की लड़ाई लड़ने वाले अध्यक्ष मनोज परमार ने भी कभी खबर नहीं ली। मेरे सहयोग के लिए बजरंग दल के अलावा कोई भी खड़ा नहीं हुआ।’
भास्कर ने राजेश के आरोप पर पार्षद भावना से बात करने से की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
मोहर्रम के अलम को लेकर झगड़ा राजेश के घर में उनके साथ पत्नी ही रहती हैं। बच्चे नहीं हैं। मां-पिता का निधन हो चुका है। भाई बाहर रहकर गाड़ी चलाते हैं। बहन की शादी हो चुकी है। राजेश के मुताबिक, आरोपियों ने मोहर्रम के दौरान उनके घर के सामने अलम खड़ा किया था। धर्म विरोधी नारेबाजी की थी। जब वह दुकान चले जाते, तो पत्नी बाहर भी नहीं निकल सकती थी।
यह सब दो साल पहले ही शुरू हुआ। एक हिला रेहाना अपने बेटे की शादी के लिए मकान खरीदने आई थी। आरोपी रईस नाइट्रा तीन गली छोड़कर रहता है, शादाब भी कब्रिस्तान के पास रहता है, सोनू भी 6 मकान दूर रहता है, लेकिन प्रेशर बनाने के लिए ये लोग घर के सामने हरकतें करते हैं।
थाने के सिपाही विजय को कई बार कहा, तो वह देखने की बात करते हुए चला गया। उसे यहां पर 8 साल हो गए। सभी अपराधी किस्म के लड़के उसके संपर्क में हैं।
इन आरोपियों पर हुआ केस
- शादाब
- रईस नाइट्रा
- सोनू उर्फ इरफान
- सोनू
- सलीम
- जल्लू
- रिज्जू उर्फ रिजवान
- रेहाना
- मोना उर्फ हिना
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दरवाजे पर लिखा-मकान बिकाऊ है, मुस्लिम प्रताड़ना से परेशान हूं

हंगामे के दौरान दूसरा पक्ष भी पहुंच गया था। पुलिस ने उन्हें समझाइश देकर वापस भेजा।
14 दिन पहले इंदौर में एक युवक ने अपने घर के दरवाजे पर ‘ यह मकान बिकाऊ है। मुस्लिम प्रताड़ना से परेशान हूं ‘ का मैसेज लिखा है। उसका कहना है कि आरोपी पुराने केस में राजीनामे के लिए धमका रहे हैं। आरोपियों ने उसके घर पर सुतली बम और कीलें भी फेंकी। पूरी खबर पढ़िए
