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तारीख 16 अगस्त 2024। झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के साथ JMM के विधायक समीर मोहंती, दशरथ गगराई, नीरल पूर्ती, चमरा लिंडा, रामदास सोरेन, संजीव सरदार और मंगल कालिंदी के BJP में शामिल होने की चर्चाएं होने लगीं। उनसे जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे अफवाह बता कर खारिज कर दिया।
सीन- 2
तारीख 18 अगस्त 2024। चंपाई सोरेन की अचानक कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट से दिल्ली जाने की सूचना सामने आती है। वे 1 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड करते हैं। यहां उनकी बीजेपी के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की चर्चा शुरू हो गई। जब उनसे सवाल पूछा गया कि क्या आप बीजेपी में शामिल होने वाले हैं, तब चंपाई ने साफ कर दिया कि ‘’मैं जहां हूं, वहीं रहूंगा’।
इसके थोड़ी देर बार उन्होंने सोशल मीडिया पर एक लंबा पोस्ट लिखा और कहा कि ‘JMM में उन्हें कुर्सी से उतार कर अपमानित किया गया है। अब उनके पास तीन ही विकल्प बचते हैं संन्यास लूं, नया संगठन बनाऊं या किसी के साथ चल दूं…
सीन-3
20 अगस्त 2024। सीएम हाउस, रांची में अचानक हलचल बढ़ती है। जिन विधायकों को चंपाई सोरेन के साथ बताया जा रहा था, वे अचानक एक-एक कर सीएम हाउस पहुंचे। यहां लगभग 3 घंटे तक इनकी सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात हुई। इसके बाद विधायकों ने कहा कि ‘हम सीएम हेमंत सोरेन के साथ थे, हैं और मजबूती से रहेंगे। झामुमो छोड़कर कहीं नहीं जा रहे।’
उधर, चंपाई सोरेन भी दिल्ली से कोलकाता के रास्ते सरायकेला पहुंच गए। बीजेपी में जाने के सवाल पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ‘उनका पार्टी को नुकसान पहुंचाने का कोई मकसद नहीं है।’
यानी झारखंड में जिस ऑपरेशन लोटस और सरकार को अस्थिर करने की बात पिछले 4 दिनों से कही जा रही थी, वो एक बार फिर से सीएम हेमंत सोरेन की सक्रियता से टलता दिखाई दे रहा है।
आगे बढ़ने से पहले चंपाई का लेटर पढ़िए, जिसमें वे JMM छोड़ने के साफ संकेत देते दिखे
पहले पूरे प्रकरण को समझिए
बीजेपी सूत्रों की माने तो चंपाई सोरेन की पार्टी के साथ एक डील हुई थी। इसके तहत इन्हें जेएमएम के कुछ विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होना था। इस डील के तहत इनके साथ आने वाले विधायकों को 2024 विधानसभा चुनाव में टिकट मिलना था। इनके साथ ही चंपाई सोरेन और उनके बेटे को भी सेट करने की बात थी। इस डील में चंपाई सोरेन के बेटे की बड़ी भूमिका बताई जा रही थी।
सूत्रों की माने तो दिल्ली में बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ चंपाई के बेटे डील कर रहे थे और झारखंड में विधायकों को मनाने का काम खुद चंपाई सोरेन कर रहे थे। हालांकि, इस पर किसी भी पार्टी के नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
सीएम हाउस की सक्रियता से लीक हुआ प्लान
इस डील को पूरी तरह सीक्रेट रखा गया था। किसी को भनक न लगे इसके लिए चंपाई सोरेन बीजेपी के बड़े नेताओं से कोलकाता में डील कर रहे थे। झारखंड में मीटिंग के बाद इन्हें दिल्ली जाना था। लेकिन, दिल्ली जाने से पहले पूरा सीक्रेट वायरल हो गया। चंपाई सोरेन कब कोलकाता गए, किस होटल में मीटिंग हुई, किस फ्लाइट से कितने बजे दिल्ली जा रहे हैं। सब कुछ सामने आ गया। बस यहीं से पूरा स्क्रिप्ट बदल गया।
चंपाई कोलकाता जा रहे थे, हेमंत कार्यक्रम में मशगूल रहे
हेमंत सोरेन पूरा मामला जानते हुए शांत रहे। जब चंपाई बीजेपी के साथ डील करने दिल्ली जा रहे थे, तब हेमंत पाकुड़ में मंईयां योजना की ग्रांड ओपनिंग में व्यस्त थे। उन्होंने कोई हड़बड़ाहट नहीं की और आसानी से संकट को टाल गए। डैमेज कंट्रोल के लिए उन्होंने कोल्हान के विधायकों को खुद फोन किया और रांची बुलाया। उन्होंने सभी विधायकों की समस्या सुनी और समाधान का भरोसा देकर वापस भेज दिया।
कोलकाता पहुंचे चंपाई सोरेन, बोले- थोड़ा इंतजार कीजिए:JMM से अपमानित होने पर कहा- हम अपना विचार दे चुके हैं, दोहराना नहीं चाहते
झारखंड के पूर्व CM चंपाई सोरेन दिल्ली से कोलकाता पहुंचे। यहां एयरपोर्ट पर जेएमएम की ओर से अपमानित किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम अपना विचार दे चुके हैं, उसे दोहराना नहीं चाहते है। थोड़ा इंतजार कीजिए।इससे पहले मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मेरी किसी से मुलाकात नहीं हुई। मैं यहां (दिल्ली) किसी निजी काम से आया था। मैं उनसे (भाजपा नेता से) मिलना नहीं चाहता था।’ भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर उन्होंने कहा, ‘मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि यह सब कौन कह रहा है?’ पूरी खबर पढ़िए