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भाषा विभाग पंजाब ने उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के सहयोग से कालिदास सभागार में हिंदी दिवस समारोह का आयोजन किया। भाषा विभाग के निदेशक जसवंत सिंह जफर की देखरेख में इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण नाटकवाला ग्रुप द्वारा राजेश शर्मा के निर्देशन में प्रस्तुत मुंशी प्रेम चंद के उपन्यास गोदान का नाट्य रूपांतरण रहा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री डॉ. रतन सिंह जग्गी (श्रोमणि साहित्य रत्न) एवं शहीद उधम सिंह कॉलेज सुनाम के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. मुख्य वक्ता के रूप में विकास कुमार ने पंजाब में हिंदी भाषा की वर्तमान स्थिति विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। अपने स्वागत भाषण में जसवंत सिंह जफर ने कहा कि सभी भाषाएं सदैव एक-दूसरे से शब्दों का आदान-प्रदान करती रहती हैं। जिससे भाषाओं का निरंतर विकास होता रहता है। इस अवसर पर नाटकवाला समूह के लगभग डेढ़ दर्जन कलाकारों ने विष्णु प्रभाकर के उपन्यास गोदान के नाट्य रूपांतरण की सुंदर प्रस्तुति के दौरान हमारे देश के मेहनतकश किसानों के सामने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए आने वाली आर्थिक और सामाजिक चुनौतियों का चित्रण किया। मुख्य पात्र राजेश शर्मा (किसान) और कविता शर्मा (किसान की पत्नी) ने अपनी जीवंत भूमिकाओं से नाटकीय प्रदर्शन को शीर्ष पर पहुंचाया। इसके अलावा रवि भूषण, समरवीर, विनय पुरी, चंदन बलोच, तनिष्क, दिव्याशी, हरप्रीत कौर, सुरमीत, इशनूर, शिवम, साहिब सिंह, गवन शेट्टी, सरगुन और जलसीरत ने भी अपनी भूमिकाएं बखूबी निभाईं। रूप सजा के चंदन बलूच, म्यूजिक रविंदर, लाइटिंग हर्ष सेठी और सेट डिजाइनर अमरजीत वालिया की जिम्मेदारी थी। यह नाटक स्वर्गीय रंगकर्मी गुरशरण सिंह (भाई मन्ना सिंह) की जयंती को समर्पित था। कार्यक्रम की संचालिका एवं उपनिदेशक चंदनदीप कौर ने सभी का धन्यवाद किया। विभाग की ओर से सभी कलाकारों एवं अतिथियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर पद्मश्री प्राण सभरवाल, डॉ. गुरशरण कौर जग्गी, प्रिं. मनमोहन सिंह, एनजेसीसी कार्यक्रम अधिकारी रविंदर शर्मा, डॉ. अमरजीत कौंके, डॉ. गुरविंदर अमन, उप निदेशक चंदनदीप कौर और सतनाम सिंह, सहायक निदेशक अशरफ महमूद नंदन, अमरेंद्र सिंह, आलोक चावला, सुरिंदर कौर और जसप्रीत कौर मौजूद थे।