राजधानी रायपुर के स्वामी आत्मानंद स्कूल , मोवा में भारी जलभराव और बदहाल व्यवस्थाओं को लेकर NSUI ने जोरदार प्रदर्शन किया। NSUI के कार्यकर्ताओं ने बताया कि स्कूल में गंदे पानी का भराव, टूटी सड़कों, कीचड़ और मूलभूत सुविधाओं की कमी ने न सिर्फ बच्चों की प
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हालांकि स्कूल के भीतर जाने से पुलिस ने NSUI के वॉलंटियर्स को रोक दिया। जिसके बाद स्कूल के गेट के बाहर बैठकर ही छात्रों ने प्रदर्शन किया। स्कूल के प्रिंसिपल से तीन दिनों के भीतर व्यवस्था सुधारने को कहा है। स्थिति ठीक नहीं होने पर पांच दिन पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

कार्यकर्ताओं ने गेट के बाहर ही नारेबाजी की।
प्रदर्शन के दौरान NSUI नेताओं ने तीखे सवाल उठाए
NSUI ने कहा- जब राजधानी में स्थित “मॉडल स्कूल” की ये हालत है, तो गांवों की शिक्षा व्यवस्था की स्थिति का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।प्रदेश में अब तक शिक्षा मंत्री नियुक्त नहीं हुए हैं, ऐसे में शिक्षा विभाग की जवाबदेही कौन तय करेगा? क्या बच्चों का भविष्य जलभराव में बहा देने की तैयारी है?
NSUI के वॉलंटियर्स के पीछे JCB लेकर पहुंचे PWD और निगम कर्मचारी
NSUI प्रतिनिधिमंडल जैसे ही स्कूल पहुंचा, पीछे PWD और नगर निगम के अधिकारी JCB मशीन के साथ आ पहुंचे। इसके बाद पानी निकासी का काम शुरू कर दिया। NSUI ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि “जब तक दबाव नहीं बनाया जाता, तब तक सरकार और विभाग आंख नहीं खोलते।”
जूते उतारकर स्कूल आते हैं बच्चे
NSUI वाइस चेयरमैन पुनेश्वर लहरे ने कहा कि “पिछले कई वर्षों से राजधानी सहित कई स्कूलों में जलभराव की समस्या बनी हुई है। छोटे-छोटे बच्चों को घुटनों तक पानी में चलकर, जूते उतारकर स्कूल आना पड़ता है, जो शर्मनाक है।
प्रदर्शन में ये लोग रहे मौजूद
प्रदर्शन में NSUI नेता पुनेश्वर लहरे, छाया पार्षद गावेश साहू, आलोक खरे, विनय साहू, हिमांशु तांडी, असलान शेख, समीर तिहारवंश, दुर्गेश साहू, अभिषेक परिहार समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहें।