ब्यावर में तेजाब फैक्ट्री के गोदाम से नाइट्रोजन गैस लीक हो गई। गैस के असर से आसपास के इलाके में लोगों की आंखों में जलन होने लगी। सांस लेने में भी परेशानी हुई। प्रशासन ने 40 से ज्यादा लोगों को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया।
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घटना बलाड़ क्षेत्र की सोमवार रात करीब 10 बजे की है। सूचना मिलने पर पुलिस, प्रशासन और फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट की टीम मौके पर पहुंची। रात करीब 11 बजे गैस लीकेज पर काबू पा लिया गया।
कलेक्टर डॉ. महेंद्र खडगावत ने फैक्ट्री को सीज करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने रिहायशी क्षेत्रों में इस तरह के कारोबार पर सख्ती से अंकुश लगाने के निर्देश भी दिए हैं। कलेक्टर ने बताया- पुलिस को तत्काल प्रभाव से मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

गैस लीक के कारण युवती को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया। युवती से हालचाल पूछते कलेक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत।
एक घंटे बाद गैस लीकेज पर पाया काबू वार्ड पार्षद हंसराज शर्मा ने बताया- मुझे क्षेत्र के कुछ लोगों ने बताया कि तेजाब फैक्ट्री से गैस लीक हुई है। मैंने तुरंत फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट और प्रशासन को घटना की जानकारी दी। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर गैस रिसाव पर काबू पाने के प्रयास शुरू किए। रात करीब 11 बजे गैस लीकेज पर काबू पा लिया।
कोई जनहानि नहीं, हालात काबू में मौके पर पहुंचे एसडीएम दिव्यांश सिंह ने कहा- नाइट्रोजन गैस के रिसाव से किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। प्रशासन ने आसपास के लोगों को आश्वस्त किया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। तेजाब फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की जांच के निर्देश भी दिए गए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी गैस की चपेट में आए ज्यादातर लोगों को सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन की शिकायत है। नरेंद्र (28), बाबूलाल (45), हेमलता (30), सविता (30), सत्यप्रकाश (15), पायल (16), सोनू (21), मनोज पत्नी सुरेश, विक्रम पुत्र महेंद्र, चिंता पत्नी महेंद्र, सपना पत्नी अनिल, राजकुमार पुत्र दयाल, अर्जुन पुत्र दयाल, शक्ति पुत्र गिरिधर, शंकर पुत्र जगदीश, महादेव पुत्र रणजीत, सोनू पुत्र सुखदेव, पायल पत्नी सुखदेव, कमल पुत्र विक्रम, विजय पुत्र केवारसिंह और जयवीर पुत्र ओमप्रकाश अस्पताल में भर्ती हैं।
जीतराम (35) पुत्र अमर सिंह, अर्जुन (32) पुत्र मोहन, विक्की राठौर (30) पुत्र दिनेश, दिलीप नाथूर, ताराचंद (35) पुत्र सुखदेव, अजय (30) पुत्र पप्पू, कविता (15) पुत्री मालूना, कांता (60) पत्नी गिरधारी, गंगा देवी (30) पत्नी देवी सिंह, पुष्पा (35) पत्नी कल्याणी, तरुण (29) पुत्र हेम सिंह का भी इलाज चल रहा है। प्रवीण (15) पुत्र बहादुर, हर्ष (14) पुत्र हेम सिंह, हिमांशु (2) पुत्र गणपत, दयाल (45) पुत्र गंगाराम, बालू (25) पुत्र छोटू, जीपू (12) पुत्र रक्षाकी, गणेश (12) पुत्र रणजीत, नीलम (30) पत्नी बहादुर, विनिता (10) पुत्री महेंद्र, मोनिका (18) पुत्री रणजीत व सुतारी (26) पुत्र शंकर भी हॉस्पिटल में एडमिट हैं।
देखिए घटना से जुड़ी तस्वीरें…

नाइट्रोजन गैस लीक की घटना के बाद फैक्ट्री के बाहर पहुंची फायर बिग्रेड।

गैस लीकेज की सूचना पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी।

आंखों में जलन की शिकायत पर लोगों को ब्यावर के गवर्नमेंट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। हॉस्पिटल में जुटी लोगों की भीड़।

ब्यावर अस्पताल में डॉक्टर्स से हालात का जायजा लेते हुए पुलिस अधिकारी।