New MPs will be elected on 3 seats, old faces on 7 seats | 3 सीटों पर नए को सांसद चुनेंगे, 7 पर पुराने चेहरे ही – Ambala News


चुनाव डेस्क.पानीपत | पिछली बार दसों लोकसभा सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार सभी सीटों पर कांग्रेस से सीधे मुकाबले में दिख रही है। कुरुक्षेत्र, करनाल, भिवानी-महेंद्रगढ़ व हिसार सीटों पर तीसरा कोण, नतीजे प्रभावित कर सकता है। अम्बाला, सोनीपत व करनाल सीटों

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फैक्टर }दोनों प्रमुख प्रत्याशी गुर्जर हैं। जाट वोटर निर्णायक हैं। यहां दल-बदल व भितरघात बड़ा फैक्टर हैं। पिछली बार जीत का अंतर देश में तीसरे स्थान पर था। इस बार टफ है।

फैक्टर }पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ में इस सीट पूरे प्रदेश की नजर है। अहीर बाहुल्य कोसली और पंजाबी रोहतक शहर निर्णायक हैं। पिछली बार यहीं से नतीजे पलटे थे।

फैक्टर }19 फीसदी मेव तो 17 फीसदी अहीर वोटर हैं। इस सीट पर जबरदस्त ध्रुवीकरण है। मोदी ने रैली की। भितरघात का दोनों ओर खतरा है। पंजाबी-ब्राह्मण-ओबीसी निर्णायक।

फैक्टर }पंजाबी व ब्राह्मण के प्रभाववाली सीट। पिछली बार जीत के अंतर के हिसाब से देश में दूसरे नंबर पर रही थी। इनेलो-एनसीपी प्रत्याशी मराठा वीरेंद्र वर्मा तीसरा कोण हैं।

भाजपा 9,13,222

कांग्रेस 2,74,983

बसपा 86,752

भाजपा 5,73,845

कांग्रेस 5,66,343

बसपा 38,364

भाजपा 8,81,546

कांग्रेस 4,95,290

बसपा 26,756

भाजपा 9,11,594

कांग्रेस 2,55,452

बसपा 67,183

2019 में वोटिंग 64.70%

2019 में वोटिंग 69.35%

2019 में वोटिंग 68.45%

2019 में वोटिंग 67.28%

2024: प्रत्याशी : 24

2024: प्रत्याशी : 26

2024: प्रत्याशी : 23

2024: प्रत्याशी : 19

वोटर24,36,637

पुरुष 13,24,705

महिला 11,11,813

वोटर19,13,628

पुरुष 10,22,698

महिला 8,90,909

वोटर25,84,982

पुरुष 13,72,532

महिला 12,12,372

वोटर21,09,702

पुरुष 11,12,816

महिला 9,96,848

कृष्णपाल गुर्जर

2 बार सांसद व केंद्र में राज्यमंत्री रहे। यह तीसरा लोस चुनाव है।

अरविंद शर्मा

3 सीटों से चार बार सांसद रहे हैं। यहां से दूसरा चुनाव है।

राव इंद्रजीत

दिग्गज अहीर नेता पांच बार सांसद रहे। दो बार से मंत्री हैं।

मनोहर लाल

साढ़े 9 साल सीएम रहे। पहला लोकसभा चुनाव है।

महेंद्र प्रताप

राजनीति से संन्यास लेने के बाद भी 79 की उम्र में मैदान में।

दीपेंद्र हुड्डा

तीन बार सीट से सांसद रहे। अभी राज्यसभा सदस्य हैं।

राज बब्बर

पांच बार के सांसद। पहली बार हरियाणा से लड़ रहे हैं।

दिव्यांशु बुद्धिराजा

राहुल गांधी के यूथ कोटे से टिकट मिला। पहला चुनाव है।

फैक्टर }पहली बार कांग्रेस ने अहीर प्रत्याशी बनाया। जजपा के राव बहादुर को अहीरों की कितनी वोट मिलेंगी, अहम रहेगा। मोदी यहां बंसीलाल की तारीफ कर गए। राहुल ने भी रैली की।

फैक्टर }जाट बाहुल्य सीट पर पहली बार दोनों प्रमुख दलों ने प्रत्याशी ब्राह्मण हैं। जींद जिले के 3 हलकों की बढ़त निर्णायक रहती है। मोदी और राहुल दोनों की इस सीट पर रैली हुई हैं।

फैक्टर }इनेलो से सुनैना तो जजपा से नैना चौटाला देवीलाल परिवार से हैं। चारों जाट प्रत्याशी देवीलाल की सियासी विरासत का दावा कर रहे हैं। पिछली बार पहली बार कमल खिला था।

फैक्टर }इंडिया गठबंधन में सीट आप के कोटे में है। कथाओं तक से सियासी प्रचार हुआ। तीसरा कोण इनेलो के अभय चौटाला हैं। जाट वोट का विभाजन हुआ तो नतीजों पर असर होगा।

भाजपा 7,36,699

कांग्रेस 2,92,236

जजपा 84,956

भाजपा 5,87,664

कांग्रेस 4,22,800

जजपा 51,162

भाजपा 6,03,289

जजपा 2,89,221

कांग्रेस 1,84,369

भाजपा 6,88,629

कांग्रेस 3,04,038

बसपा 75,625

2024: प्रत्याशी : 17

2024: प्रत्याशी : 22

2024: प्रत्याशी : 28

2024: प्रत्याशी : 31

वोटर18,21,764

पुरुष 9,73,429

महिला 8,48,322

वोटर17,77,008

पुरुष 9,53,328

महिला 8,23,636

वोटर17,99,539

पुरुष 9,63,668

महिला 8,35,860

वोटर17,99,822

पुरुष 9,46,102

महिला 8,53,696

धर्मबीर सिंह

2 बार के सांसद। बंसीलाल की 3 पीढ़ियों को चुनाव में हराया।

मोहन बड़ौली

राई विधायक हैं। पहला लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

रणजीत चौटाला

उम्र-78। बिजली मंत्री रहे। अचानक लोस चुनाव में उतार दिया।

नवीन जिंदल

चौथा चुनाव है। 2 बार कांग्रेस से बने। सबसे अमीर प्रत्याशी।

राव दान सिंह

4 बार विधायक रहे। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

सतपाल ब्रह्मचारी

जींद में जन्में और हरिद्वार में आश्रम है। हरियाणा से पहला चुनाव है।

जयप्रकाश

उम्र-70। यहां से आठवीं बार चुनाव लड़ रहे हैं।

सुशील गुप्ता

आप के दिल्ली से राज्यसभा सांसद हैं। पहला लोस चुनाव है।

फैक्टर }किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर यहां दिखा। डेरा सच्चा सौदा भी इसी क्षेत्र में है। प्रियंका गांधी व योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े नेता यहां प्रचार में आए।

फैक्टर }1999 में रतन कटारिया व फूलचंद आमने-सामने हुए थे। अब क्रमशः उनकी प|ी व बेटा मैदान में हैं। शहरी वोटरों पर भाजपा तो ग्रामीण से कांग्रेस को उम्मीद िटकी है।

भाजपा 7,72,833

कांग्रेस 5,11,723

बसपा 3,344

भाजपा 7,46,508

कांग्रेस 4,04,163

बसपा 96,296

वोटर19,41,319

पुरुष 10,26,726

महिला 9,14,550

वोटर20,03,510

पुरुष 10,62,599

महिला 9,40,835

अशोक तंवर

चौथी बार मैदान में हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।

बंतो कटारिया

3 बार सांसद रहे रतन कटारिया की प|ी हैं। पहला चुनाव है।

कुमारी सैलजा

4 बार सांसद 2 बार केंद्र में मंत्री रहीं। 20 साल बाद यहां लौटीं।

वरुण चौधरी मुलाना विधायक हैं। पहली बार सांसद का चुनाव लड़ रहे हैं।

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