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- Navratri 2025, Chaturthi, Worship Goddess Durga Along With Ganesha And Guru Grah, Offer Yellow Flowers To The Shivalinga
7 घंटे पहले
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आज (गुरुवार, 25 सितंबर) नवरात्रि का चौथा दिन है और इस दिन देवी कूष्मांडा की पूजा की जाती है। इस साल नवरात्रि की चतुर्थी तिथि दो दिन (25-26 सितंबर) रहेगी, इस कारण नवरात्रि 9 नहीं, 10 दिनों की है। ये तिथि दो दिन है, लेकिन चतुर्थी व्रत आज किया जाएगा, क्योंकि चतुर्थी तिथि कल सुबह करीब 6.15 बजे ही खत्म हो जाएगी, आज दिनभर चतुर्थी रहेगी। शुक्ल पक्ष में विनायकी चतुर्थी किया जाता है।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, गुरुवार को भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति (गुरु ग्रह) की विशेष पूजा करने की परंपरा है। नवरात्रि, गुरुवार और चतुर्थी तिथि के योग में देवी दुर्गा, गणेश जी, विष्णु जी और बृहस्पति की पूजा एक साथ कर सकते हैं। इन चारों देवी-देवताओं का पूजन एक साथ करने से घर-परिवार की सुख-समृद्धि बनी रहती है। जानिए आज कौन-कौन से शुभ काम कर सकते हैं…
ऐसे करें कूष्मांडा माता की पूजा
नवरात्रि के चौथे दिन दुर्गा के चौथे स्वरूप कूष्मांडा की पूजा करें और देवी मां को लाल चुनरी, लाल फूल, लाल चूड़ियां, इत्र, सिंदूर आदि चीजें चढ़ाएं। देवी मां को दूर्वा, नारियल भी अर्पित करें। मिठाई का भोग लगाएं। दुर्गा मां के सामने दीपक जलाकर देवी मां के नामों का जप करें।
ऐसे करें चतुर्थी व्रत
चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश के लिए व्रत-उपवास करने की परंपरा है, क्योंकि इसी तिथि पर गणेश जी प्रकट हुए थे। आज सुबह गणेश पूजा करके भगवान के सामने व्रत करने का संकल्प लें। चतुर्थी व्रत में दिनभर अन्न ग्रहण नहीं करते हैं, फलाहार कर सकते हैं। पूजा में भगवान को दूर्वा खासतौर पर चढ़ाएं।
ऐसे करें भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का अभिषेक
इस दिन भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी का अभिषेक दक्षिणावर्ती शंख से करें। इसके लिए केसर मिश्रित दूध का उपयोग करें। विष्णु जी को पीले चमकीले वस्त्र अर्पित करें। देवी लक्ष्मी को लाल वस्त्र चढ़ाएं। फूलों से श्रृंगार करें। मीठा भोग लगाएं। धूप-दीप जलाकर आरती करें।
ऐसे करें देवी गुरु बृहस्पति की पूजा
ज्योतिष में बृहस्पति को धर्म-कर्म और भाग्य का कारक ग्रह माना गया है। अगर किसी की कुंडली में गुरु ग्रह की स्थिति ठीक नहीं है तो व्यक्ति का मन पूजा-पाठ नहीं लग पाता है और छोटे-छोटे कामों में भी दिक्कतें आती हैं। गुरु ग्रह के लिए गुरुवार को चने की दाल का दान करें। शिवलिंग पर बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। पीले फूल चढ़ाएं। गुरु ग्रह की पूजा शिवलिंग रूप में ही की जाती है, इसलिए आज शिवलिंग का विशेष अभिषेक करें। जल, दूध चढ़ाएं। बिल्व पत्र, आंकड़े के फूल, गुलाब, चंदन आदि चीजें चढ़ाकर पूजा करें।